हिजबुल के आतंकियों का पनाहगार बना यूपी, लखनऊ में भी ठिकाना
साथियों का लखनऊ के नंबर की गाड़ी से आना-जाना था, कानपुर में तीन के साथ रहने व अन्य के राजधानी में रुकने की जताई जा रही आशंका। रेलवे स्टेशन, गणेश पंडाल पर अलर्ट जारी।
By Edited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 01:31 AM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 03:47 PM (IST)
कानपुर (अनुज शुक्ल) । कानपुर में पकड़े गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी कमरुज्जमां के सात साथियों के यूपी में पनाह लेने की बात सामने आ रही है। ये सभी लंबे समय से असोम से लापता है। स्थानीय पुलिस से सुरक्षा एजेंसियां तक उनका ब्योरा लेकर तलाश में जुटी हैं।
सूत्रों के मुताबिक कानपुर में कमरुज्जमां के कमरे में रहने वाले दो युवक असोम से गायब लोगों में शामिल है। उनसे मिलने आने-जाने वालों के लखनऊ नंबर की गाड़ी का प्रयोग करने से कयास लगाया जा रहा है कि उनके साथी लखनऊ में पनाह लिए हैं। पुलिस ने रेलवे स्टेशन, बस स्टाप, ढाबा, होटल, गणेश पंडाल, धार्मिक स्थल पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
बताते हैं कि असोम के जमुनामुख, होजाई निवासी कमरुज्जमां से जुड़े लोगों व स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह कपड़ा व्यवसाय के सिलसिले में कश्मीर गया और दोबारा नहीं लौटा। उसकी मां सेहरा खातून व भाई रेहमुद्दीन ने गुमशुदगी लिखाई थी। जहां परिवार उसके जाने के बाद एक भी मुलाकात से इन्कार कर रहा है वहीं पुलिस का मानना है कि एक बार वह असोम आया था।
इसी तरह इलाके के छह लोगों के लापता होने की बात भी सामने आ रही है। यह लोग भी कश्मीर गए, लेकिन लौटे नहीं। इसी बीच कमरुज्जमां के कानपुर में पकड़े जाने के बाद स्थानीय टीम पड़ताल करने के लिए रात में पहुंची। टीम ने कमरुज्जमां से जुड़े तथ्य जुटाने के साथ ही अन्य लापता लोगों के हुलिए की भी पड़ताल की।
रेलवे स्टेशन की कर रहे थे निगरानी!
कमरुज्जमां के घर में रेल नीर की बोतलें मिलने से आशंका जताई जा रही है कि वह लोग रेलवे स्टेशन की निगरानी कर रहे थे और इनके निशाने पर रेलवे स्टेशन भी था।
सूत्रों के मुताबिक कानपुर में कमरुज्जमां के कमरे में रहने वाले दो युवक असोम से गायब लोगों में शामिल है। उनसे मिलने आने-जाने वालों के लखनऊ नंबर की गाड़ी का प्रयोग करने से कयास लगाया जा रहा है कि उनके साथी लखनऊ में पनाह लिए हैं। पुलिस ने रेलवे स्टेशन, बस स्टाप, ढाबा, होटल, गणेश पंडाल, धार्मिक स्थल पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
बताते हैं कि असोम के जमुनामुख, होजाई निवासी कमरुज्जमां से जुड़े लोगों व स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह कपड़ा व्यवसाय के सिलसिले में कश्मीर गया और दोबारा नहीं लौटा। उसकी मां सेहरा खातून व भाई रेहमुद्दीन ने गुमशुदगी लिखाई थी। जहां परिवार उसके जाने के बाद एक भी मुलाकात से इन्कार कर रहा है वहीं पुलिस का मानना है कि एक बार वह असोम आया था।
इसी तरह इलाके के छह लोगों के लापता होने की बात भी सामने आ रही है। यह लोग भी कश्मीर गए, लेकिन लौटे नहीं। इसी बीच कमरुज्जमां के कानपुर में पकड़े जाने के बाद स्थानीय टीम पड़ताल करने के लिए रात में पहुंची। टीम ने कमरुज्जमां से जुड़े तथ्य जुटाने के साथ ही अन्य लापता लोगों के हुलिए की भी पड़ताल की।
रेलवे स्टेशन की कर रहे थे निगरानी!
कमरुज्जमां के घर में रेल नीर की बोतलें मिलने से आशंका जताई जा रही है कि वह लोग रेलवे स्टेशन की निगरानी कर रहे थे और इनके निशाने पर रेलवे स्टेशन भी था।
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