ग्रीन सर्किट हाउस मे राष्ट्रपति व राज्यपाल के अलग- अलग सुइट
सर्किट हाउस परिसर मे ही अब ग्रीन सर्किट हाउस बनेगा। किसी भी खिड़की और दरवाजे को खोलते ही प्रत्येक कमरे और सभागार मे हवा और सूर्य की रोशनी पहुंचेगी।
By Edited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 01:27 AM (IST)Updated: Thu, 01 Feb 2018 12:51 PM (IST)
जागरण संवाददाता, कानपुर : सर्किट हाउस परिसर मे ही अब ग्रीन सर्किट हाउस बनेगा। किसी भी खिड़की और दरवाजे को खोलते ही प्रत्येक कमरे और सभागार मे हवा और सूर्य की रोशनी पहुंचेगी। इसमे राष्ट्रपति और राज्यपाल के लिए अलग-अलग सुइट होगे। चार वीआइपी के लिए सुइट बनेगा। चारो तरफ हरियाली होगी, वीवीआइपी के लिए अलग और अफसर, कर्मचारी आदि लोगो के लिए अलग पार्किंग बनाई जाएगी। <ढ्डह्म> कैट स्थित सर्किट हाउस मे अभी आधा दर्जन कमरे है, लेकिन यहां राष्ट्रपति, राज्यपाल के लिए अलग से कोई सुइट नही है। वीआइपी के साथ आने वाले चालको और उनके सुरक्षा गार्डो के ठहरने की व्यवस्था भी नही है। जो नया सर्किट हाउस बनेगा इसमे यह व्यवस्था होगी। डारमेट्री मे 10 कमरे होगे। <ढ्डह्म> ग्राउंड फ्लोर पर राष्ट्रपति का सुइट<ढ्डह्म> ग्राउंड फ्लोर पर राष्ट्रपति का सुइट होगा जबकि प्रथम तल पर राज्यपाल का। ग्राउंड फ्लोर पर सवा दो सौ लोगो के बैठने के लिए सभागार बनेगा। इसके चारो ओर वीआइपी के लिए चार सुइट होगे। <ढ्डह्म> ऐसा होता ग्रीन सर्किट हाउस<ढ्डह्म> एक बार एक ही खिड़की या दरवाजा खोलने पर सभी कमरो मे सूर्य की रोशनी आनी चाहिए। हवा भी सभी कमरो मे पहुंचना चाहिए। चारो तरफ हरियाली होनी चाहिए। फल, सब्जियो के पौधे और लताएं होनी चाहिए। <ढ्डह्म> 35 किलोवाट का सोलर प्लांट<ढ्डह्म> अधिशासी अभियंता बीएल सिंह ने बताया कि छत पर 35 किलोवॉट का सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के लगने से बिजली की पर्याप्त व्यवस्था हो जाएगी। <ढ्डह्म> <ढ्डह्म> लैड स्केपिंग भी होगी<ढ्डह्म> सर्किट हाउस के चारो तरफ लैड स्केपिंग की जाएगी और विभिन्न तरह के औषधीय और फूलो के पौधे लगाए जाएंगे। ताकि यहां ठहरने वाले वीआइपी को विभिन्न तरह के फूलो की खुशबू मिलेगी।<ढ्डह्म> यहां होगी पार्किंग <ढ्डह्म> गेट से घुसते ही बाई तरफ अफसरो व अन्य लोगो के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी। जबकि अभी जहां पर मंत्रियो, अफसरो के वाहन पार्क होते है वहां वीआइपी के लिए पार्किंग बनेगी। <ढ्डह्म> 'सर्किट हाउस पूरी तरह से ग्रीन होगा। इसे मॉडल के तौर पर बनाएंगे। धनराशि मिल गई है।'- सुरेद्र सिंह, डीएम <ढ्डह्म> ............<ढ्डह्म> खास बाते<ढ्डह्म> -आइआइटी डिजाइन मे मदद कर रहा है<ढ्डह्म> - 12 सौ स्क्वायर मीटर मे बनेगा।<ढ्डह्म> - क्रास वेटिलेशन, किचन गार्डन भी होगा।<ढ्डह्म> - साढ़े चार करोड़ से लाइट व भवन बनेगा। <ढ्डह्म> - करीब दो करोड़ रुपये और लिया जाएगा जिससे भवन मे अन्य सुविधाएं विकसित होगी।
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