गंगा में डूबे दूसरे कानपुर के वायुसैनिक की भी मौत
जल पुलिस ने सोमवार को जाल डाला तो शव बरामद हुआ, रविवार को दोपहर में तैराकी के दौरान दो जवान डूब गए थे।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : गंगा के अरैल घाट में रविवार को डूबे कानपुर नगर के पनकी निवासी एयरफोर्स के जवान मयंक अग्निहोत्री का शव सोमवार को मिल गया। उनके साथ डूबे दूसरे जवान औरैया निवासी सत्यम आर्या का शव रविवार को ही मिल गया था। वहां मौजूद परिजन और साथी के आंसू नहीं रुक रहे थे।
कानपुर नगर के पनकी थाना क्षेत्र स्थित न्यू सुंदर नगर के निवासी मयंक (21) पुत्र राजकिशोर अग्निहोत्री जून 2016 में वायु सेना में एयरक्राफ्ट मैन पद पर नियुक्त हुए थे। वह इलाहाबाद के धूमनगंज थाना क्षेत्र स्थित बमरौली में भारतीय वायुसेना के बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण के लिए आए थे। रविवार को आठ जवान छुट्टी मनाने संगम गए थे। इसमें से चार जवान स्नान के लिए पानी में उतरे और तैरते हुए अरैल घाट पर पहुंच गए। वहां गहराई में एक जवान डूबने लगा तो तीनों साथी उसे बचाने की कोशिश में डूबने लगे। यह देख नाविकों ने दो जवानों को तो बचा लिया, लेकिन सत्यम व मयंक डूब गए।रविवार शाम सत्यम आर्या पुत्र उदय पाल का शव बरामद कर लिया था। सोमवार दोपहर मयंक का शव मिल गया। पोस्टमार्टम के बाद सत्यम और मयंक के पार्थिव शरीर को वायुसैना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी।
बुझ गया घर का चिराग
बेटे का शव देख कर पिता मां के आंसू नहीं रुक रहे थे। पिता ने बताया कि पिछले साल सितंबर में जब मयंक ट्रेनिंग से छुट्टी लेकर घर आया था। सभी लोग बहुत खुश थे। मां कामती, बहनों निशी और मानसी से मयंक ने कहा था कि उसकी ट्रेनिंग पूरी होने वाली है। बड़ौदा में पोस्टिंग होगी। उसके बाद छह मई को घर आने का उसने वादा किया था।