कानपुर संजीत हत्याकांड: बहन ने वाट्सएप पर मैसेज कर सीबीआइ अधिकारी से लगाई न्याय की गुहार, यह मिला आश्वासन
बर्रा पांच निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के मामले को करीब 18 माह बीच चुके हैं। मामलेे की जांच शुरू करते हुए सीबीआइ की टीम 22 अक्टूबर को बर्रा थाने पहुंची थी। टीम ने यहां से केस से संबंधित सभी दस्तावेज लिए थे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बर्रा के चर्चित संजीत अपहरण-हत्याकांड के मामले में बहन ने सीबीआइ अधिकारी को वाट्सएप पर मैसेज कर भाई को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। अधिकारी ने एक दूसरे केस की जांच पूरी करने के बाद संजीत के केस की जांच करने का आश्वासन दिया। स्वजन सीबीआइ की जांच शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
बर्रा पांच निवासी लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और हत्या के मामले को करीब 18 माह बीच चुके हैं। मामलेे की जांच शुरू करते हुए सीबीआइ की टीम 22 अक्टूबर को बर्रा थाने पहुंची थी। टीम ने यहां से केस से संबंधित सभी दस्तावेज लिए थे। 23 अक्टूबर को सीबीआइ लखनऊ यूनिट के डिप्टी एसपी हरजीत सचान दो सदस्यीय टीम के साथ संजीत के घर पहुंचे और बयान दर्ज करते हुए स्वजन के बयान दर्ज किए थे। टीम चार दिन फिरौती देने, फिरौती मांगने, घटनास्थल, शव फेंकने वाले स्थानों का भौतिक सत्यापन करने के बाद वापस लौटी थी। बयान दर्ज करने के दौरान टीम को नानी के मोबाइल पर फिरौती के लिए काल आना गले नहीं उतरा तो स्वजन से फोन पर संपर्क कर फिरौती के लिए अपहर्ताओं से बातचीत में इस्तेमाल हुआ मोबाइल मांगा। सीबीआइ अधिकारी का नंबर स्वजन को मिला तो उसके बाद संजीत की बहन रूचि ने उनसे बीच बीच में केस की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी की। कुद दिन पहले रुचि ने अधिकारी को वाट््सएप पर मैसेज कर संजीत को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। इस पर अधिकारी ने उन्हें मैसेज कर कहा कि अभी वह दूसरे केस में लगे हैं। उनकी जांच पूरी होने के बाद संजीत के केस की जांच करेंगे। रुचि ने बताया कि अधिकारी आश्वासन तो दे रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।
भाई के हत्यारोपित की डीपी लगा लोगों को बताया
संजीत की बहन रुचि ने अपने वाट्सएप की डीपी पर भाई संजीत और उसके हत्यारोपित दोस्त कुलदीप गोस्वामी की फोटो लगाकर लोगों को बताया कि यही मेरे भाई का हत्यारा है।