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Kanpur Kidnapping Case: ...तो इसलिए नहीं मिल रहा संजीत का शव, फॉरेंसिक जांच में सामने आया चौंकाने वाला तथ्य

Sanjeet Kanpur Kidnapping Newsसंजीत की हत्या में क्रूरता की हदें पार करने की वजह से आरोपित पूछताछ में सचाई छिपा रहे हैं फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद कई बातें सामने आ रही हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 03:44 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 03:44 PM (IST)
Kanpur Kidnapping Case: ...तो इसलिए नहीं मिल रहा संजीत का शव, फॉरेंसिक जांच में सामने आया चौंकाने वाला तथ्य

कानपुर, जेएनएन। संजीत यादव अपहरण व हत्याकांड में फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। संजीत की हत्या करने में क्रूरता की हदें पार करने की आशंका हैं। उसको क्षत-विक्षत कर आरोपितों ने नदी में बहाया होगा। इसीलिए अभी तक बरामदगी नहीं हो सकी है। अनुमान है कि आरोपित ये स'चाई छिपा रहे हैं।

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संजीत की हत्या रतनलाल नगर स्थित किराये के घर में की गई थी। हत्यारोपित ज्ञानेंद्र, रामजी, कुलदीप, नीलू के मुताबिक हत्या वाली रात उसने सेब काटने के दौरान चाकू से अपनी कलाई काट ली थी। इसके बाद भागने का प्रयास किया था, तभी उन लोगों ने संजीत की हत्या का फैसला लिया था। एक रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या करके शव को बोरे में भरकर पुल से पांडु नदी में फेंक दिया था।

पूरे घर में मिले खून ने छोड़े कई सवाल

फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, केमिकल डालने के बाद मकान के पांचों कमरों, दो शौचालयों और एक किचन सभी जगह खून की मौजूदगी मिली है। सवाल ये है कि पूरे घर में खून कैसे फैला। अगर मान भी लें कि कलाई काटने से खून निकला और उसे धोया गया तो अंदर के कमरों तक खून के धब्बे कैसे पहुंच गए? यह सवाल पुलिस को भी उलझा रहे हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक ये स्थिति तब बन सकती है, जब जान बचाने के लिए संजीत पूरे घर में भागा हो। इससे आशंका है कि उसकी हत्या करने के बाद शव को क्षत-विक्षत कर टुकड़ों में नदी में बहाया गया। विशेषज्ञ कहते हैं, बोरे में भरकर फेंका गया शव अब तक मिल जाना चाहिए था, क्योंकि पानी के कारण भार बढऩे से बोरा तलहटी में रुक जाता।

हत्यारे चालाक, खून का नमूना खोलेगा राज

आरोपितों से पूछताछ में पता भी चल चुका है कि उन्होंने क्राइम पेट्रेाल सीरियल देखकर अपहरण की पटकथा तैयार की थी। इसमें शव को ठिकाने लगाने का तरीका भी जरूर ढूंढा होगा। वे जानते हैं कि शव, संजीत से जुड़े दस्तावेज और सामान बरामद नहीं होने पर पुलिस अदालत में यह साबित नहीं कर सकेगी कि हत्या उन्होंने ही की है। अब खून का एक नमूना डीएनए टेस्ट के बाद आरोपितों को सजा दिला सकता है। 

बोले एसएसपी

अभी राम जी को रिमांड पर लेना बाकी है। उससे पूछताछ के बाद काफी कुछ सामने आने की उम्मीद है। अदालत की अनुमति से आरोपितों का नारको टेस्ट कराया जाएगा। पूरे घर में खून पहुंचना बड़ा सवाल है। इस एंगल पर भी जांच कराई जाएगी। -डॉ. प्रीतिंदर सिंह, एसएसपी


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