Kanpur Kidnapping Case: अपहर्ता को कोराना संक्रमण, पकड़ने वाले पुलिस कर्मियों के माथे से छूटा पसीना
आरोपित से कई पुलिस अफसरों ने करीब से पूछताछ की थी अब बर्रा थाने और पुलिस लाइन में करीब मौजूद रहने वाले कर्मियों के बीच बेचैनी बढ़ गई है।
कानपुर, जेएनएन। पैथोलॉजी कर्मी संजीत के अपहरण-हत्याकांड की घटना में अपहर्ताओं को पकड़ने में पसीना बहा चुके पुलिस कर्मियों के फिर माथे से पसीना छूटने लगा है। यह पसीना कोरोना के भय का है, जबसे पकड़े अपहर्ताओं में एक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है तबसे पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। अब उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है, जो उसके ज्यादा करीब रहे थे।
बर्रा-5 एलआइजी कॉलोनी निवासी चमन सिंह यादव के 27 वर्षीय इकलौते बेटे पैथोलॉजी कर्मी संजीत यादव के अपहरण के 28 दिन बाद घटना में पुलिस ने उसके पांच दोस्तों द्वारा हत्या किए जाने का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने मास्टरमाइंड दबौली निवासी ईशू उर्फ ज्ञानेंद्र यादव, सरायमीता निवासी कुलदीप गोस्वामी, गज्जापुरवा निवासी नीलू सिंह, गुजैनी के अंबेडकर नगर निवासी रामजी शुक्ला और कौशलपुरी निवासी प्रीती शर्मा को गिरफ्तार किया था। मीडिया की सुर्खियां बन चुके इस मामले के खुलासे को लेकर तत्कालीन एसएसपी और आईजी ने प्रेस कांफ्रेंस भी की थी। इस दौरान पुलिस के आला अफसरों के पीछे ही पांचों आरोपित खड़े थे और शहर के मीडिया कर्मी भी मौजूद थे।
पांचों आरोपितों की कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपल लिया गया था। सोमवार को एक आरोपित की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस विभाग में बेचैनी बढ़ गई है। उससे सभी बड़े अधिकारियों ने पूछताछ की थी और लंबे समय तक वह बर्रा पुलिस की हिरासत में रहा था। उससे कई बार कई अधिकारियों ने करीब से पूछताछ की थी। पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के समय भी वह मौजूद था और बड़ी संख्या में पुलिस व मीडिया कर्मी थे। वहीं जानकारी के बाद से बर्रा थाने और पुलिस लाइन में दहशत सी फैल गई है। इंस्पेक्टर बर्रा हरमीत सिंह ने बताया कि वीडियो फुटेज निकलवा कर देखा जा रहा है कि संक्रमित आरोपित के नजदीक कौन-कौन रहा। इसके बाद उनके भी टेस्ट कराए जाएंगे।