Coronavirus in Kanpur : तब्लीगी जमात और संपर्क में आए 43 लोगों के सैंपल लखनऊ भेजे
तब्लीगी जमात से लौटे छह लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। तब्लीगी जमात से लौटे छह लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। शुक्रवार को तब्लीगी जमात और उनके संपर्क में 43 लोगों के नमूने लेकर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ भेजे गए। इनमें से 24 पनकी स्थित नारायणा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। वहीं 19 जमातियों को मंधना स्थित रामा मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट कराया गया है।
इससे पहले जमात के 31 सदस्यों के नमूने भेजे गए थे। इन्हीं में से छह में संक्रमण की पुष्टि हुई है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के ग्वालटोली, शास्त्रीनगर, बाबूपुरवा, मछरिया, घाटमपुर और सजेती क्षेत्र से जमाती और उनके संपर्क में आए लोगों को पकड़ा था। इनमें से 19 लोग बुधवार को मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए थे। इसी दिन 25 अन्य लोगों को नारायणा मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट कराया गया था। गुरुवार को इनका नमूना नहीं लिया गया। शुक्रवार को जब 31 जमातियों में से छह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने जिला महामारी वैज्ञानिक डॉ. देव सिंह को नमूना लेने के लिए भेजा।
संदिग्ध के बीच भेजे संक्रमित बुधवार को कुल 74 जमाती और उनके संपर्क में आए लोग विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेट कराए गए थे। नारायणा और रामा मेडिकल कॉलेज के अलावा 22 जमाती हैलट के कोविड-19 अस्पताल और 9 जमाती उर्सला में भर्ती थे। इनका सैंपल लेने के बाद गुरुवार देर रात इन 31 जमातियों को नारायणा मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया गया था।
अफसरों ने रिपोर्ट आने तक का इंतजार नहीं किया। बेशक रिपोर्ट आने के बाद छह संक्रमितों को वहां से हटा लिया गया, लेकिन इससे नारायणा मेडिकल कॉलेज में पहले से भर्ती लोगों में संक्रमण की संभावना बढ़ गई है। प्रोटोकॉल का पालन नहीं रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसर नारायणा मेडिकल कॉलेज से चार संक्रमितों को लेने पहुंचे। हैलट लाते समय न तो किसी के मुंह पर मास्क लगाया गया और ही किसी अन्य तरीके के प्रोटोकॉल का पालन किया गया।