Kanpur में स्वर संगम घोष शिविर में गूंजेगा संघ की शिक्षा और संस्कार का जयघोष, 10 अक्टूबर तक चलेगा कार्यक्रम
कानपुर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के घोष कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है जो 10 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे और उप्र नाट्य अकादमी के अध्यक्ष राजेश्वर आचार्य करेंगे वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वर संगम घोष शिविर से देशभर में शिक्षा और संस्कारों का जयघोष गूंजेगा। प्राचीन वाद्य यंत्रों के वादन से संघ शिक्षा और संस्कार की अलख जलाएगा जिससे अखंड भारत का संदेश देश में जाएगा।
गुरुवार को वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी से उप्र नाट्य अकादमी के अध्यक्ष राजेश्वर आचार्य ने शुरुआत की। प्रदर्शनी में प्राचीन वाद्य यंत्रों से जुड़े ख्याति प्राप्त कलाकारों की उपलब्धि को भी दिखाया गया ताकि युवा पीढ़ी इन वाद्य यंत्रों के महत्व से परिचित हो सके।
पद्मश्री राजेश्वर आचार्य ने प्रदर्शनी में नव दुर्गा मर्कस, पीतल के घोष और बांसुरी, मेलोडिका, शंख, घड़ियाल, पखावज, तानपुरा की खूबियों के बारे में बताया। उन्होंने तबला वादन कर प्रदर्शनी में मौजूद लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
आचार्य ने कहा कि संगीत सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं वरन् संगीत मन की उन्नति का भी साधन है। युवा आधुनिकता के चक्कर में संगीत के महत्व से दूर होते जा रहे हैं। संगीत शांति प्रदान करने वाला होता है। संगीत का काम मन से मन को जोड़ना है तोड़ना नहीं। उत्तेजक गति पर थिरकना संगीत नहीं।
युवाओं को मंत्रणा की जरूरत है जिससे उन्हें शांति प्राप्त होगी। प्रदर्शनी की शुरुआत के दौरान संघ के अखिल भारतीय शारीरिक प्रमुख जगदीश, सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक, प्रांत संघचालक ज्ञानेंद्र सचान, प्रांत प्रचारक श्रीराम, सह प्रांत प्रचारक रमेश, प्रांत कार्यवाह अनिल श्रीवास्तव, सह प्रांत कार्यवाह भवानी भीख, प्रांत प्रचार प्रमुख डा. अनुपम, प्रांत शारीरिक प्रमुख ओंकार, प्रांत घोष प्रमुख संतोष, विभाग प्रचार प्रमुख आशीष, प्रांत विशेष संपर्क प्रमुख संजीव पाठक और नीतू सिंह रहीं।
1500 शिक्षार्थी करेंगे घोष वादन, सर संघचालक करेंगे संवाद
स्वर संगम घोष शिविर में करीब 1134 वाद्य यंत्रों लेकर 21 जिला इकाइयों के 1500 शिक्षार्थी घोष वादन करेंगे। शहर में पहली बार होने वाले इस प्रकार के आयोजन में संघ के सर संघचालक मोहन भागवत शिक्षार्थियों से संवाद करेंगे। नौ अक्टूबर को नानाराव पार्क में होने वाले वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में वह बतौर मुख्य अतिथि रहेंगे। वहीं, दस को शिविर के समापन में समाज को संदेश देंगे। इससे पहले सात अक्टूबर को शिविर में भाग लेने वाले शिक्षार्थियों का अभ्यास होगा।