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हमारे फोन छीन लिए है और हमें ले जा रहे है.., रोशन ने फोन कर दी जानकारी, परिवार ने PM को पत्र लिख मांगी मदद

इक्वेटोरियल गिनी फंसे रोशन अरोड़ा समेत सभी भारतीयों ने कोशिश की कि उन्हें नाइजीरिया न ले जाया जाए लेकिन परिवार को सेटेलाइट काल करके रोशन ने बताया कि हमारे फोन छीन लिए गए हैं और हमे ले जाया जा रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 10 Nov 2022 11:48 PM (IST)Updated: Thu, 10 Nov 2022 11:48 PM (IST)
हमारे फोन छीन लिए है और हमें ले जा रहे है.., रोशन ने फोन कर दी जानकारी, परिवार ने PM को पत्र लिख मांगी मदद
रोशन अरोड़ा तथा अन्य भारतीयों कोे नाइजीरिया ले जाया जा रहा है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। इक्वेटोरियल गिनी फंसे रोशन अरोड़ा समेत लोगों ने हर प्रयास किया कि उन्हें नाइजीरिया न ले जाया जाए, लेकिन गुरुवार दोपहर रोशन की जब सेटेलाइट काल आई तो लोगों की धड़कने बढ़ गईं। परिवार एक बार फिर बिलख कर रो पड़ा। रोशन ने कहा कि हम लोगों के फोन छीन लिए गए हैं। वह छिप कर काल कर रहा है अब हमें ले जा रहे हैं। इसके बाद फोन कट गया। परिवार ने मामले में विधायक महेश त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर रोशन अरोड़ा को गिनी से भारत लाने का आग्रह किया।

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लेबर कालोनी निवासी मनोज अरोड़ा ने बताया कि मर्चेंट नेवी अधिकारी बेटे रोशन अरोड़ा समेत 26 क्रू मेंबर आठ अगस्त से इक्वेटोरियल गिनी के मलाबो में फंसे हैं, जिसमें 16 भारतीय हैं। नाइजीरिया नेवी उन लोगों को साथ ले जाने का दबाव बना रही थी। सोमवार रात जहाज से 15 लोगों को उतारकर एक  स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया था। मंगलवार को भारतीय दूतावास सक्रिय हुआ 15 घंटे बाद उन लोगों को खाना भी पहुंचाया था, लेकिन बुधवार को जहाज में बंधक बने रोशन समेत सभी लोगों को सूचना मिली कि गैर कानूनी तरह से उनके जहाज को टग बोट से जबरदस्ती खींचकर नाइजीरिया ले जा रहे हैं। जिससे सभी दहशत में आ गए हैं।

देर रात रोशन का एक और वीडियो आया, जिसमें उसने बताया कि उन 15 लोगों को दूसरे जहाज में ले गए हैं। पिता ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब पौने तीन बजे रोशन की सेटेलाइट काल आई। करीब 25 सेकेंड की बात हो पाई और फोन कट गया। उसने बस इतना ही कहा कि हम लोगों के फोन छीन लिए गए हैं। अब हमें ले जा रहे हैं। यह सुनते ही पिता के हाथ से मोबाइल छूट गया। रोशन की मां की तो तबीयत बिगड़ने लगी। रोशन की बहन कोमल और रिश्तेदार उन्हें सभालने में लगे रहे। पिता ने कहा कि पता नहीं अब क्या होगा। कोई उनकी नहीं सुन रहा है। उन्होंने शहर के सांसद और विधायकों से बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है।

रोशन समेत भारतीयों को वापसी की मांग को लेकर पैदल मार्च

इक्वेटोरियल गिनी फंसे गोविंद नगर लेबर कालोनी निवासी मर्चेंट नेवी अधिकारी रोशन अरोड़ा समेत 16 भारतीयों को अपने देश वापस लाने की मांग करते हुए गोविंद नगर नटराज टाकीज चौराहे से चावला चौराहे तक पैदल मार्च किया। रोशन के पिता मनोज अरोड़ा, बहन कोमल, रिश्तेदार, विधायक महेश त्रिवेदी, पार्षद नवीन पंडित समेत लोगों ने हाथों में भारत वर्ष ने ठाना है, 16 भारतीयों को बचाना है... मोदी जी से यह गुहार, लेकर आओ इन बेटों को घर आदि स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर देश के बेटों को वापस लाओ के नारे लगाए।


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