टोल फ्री नंबर पर रजिस्टर कराएं, देश में कहीं भी सुपरस्पेशियलिटी इलाज पाएं
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना का कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने किया शुभारंभ। केडीए के अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पांच लाभार्थियों को दिए गोल्ड कार्ड।
By AbhishekEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 06:05 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 08:30 PM (IST)
कानपुर(जागरण संवाददाता)। विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) का शुभारंभ रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची से किया है। इसका लाभ उठाने के लिए लाभार्थी टोल फ्री नंबर पर मोबाइल फोन से कॉल करके रजिस्टर कराएं और फिर देश में कहीं सुपरस्पेशियलिटी इलाज कराएं। यह बातें रविवार को कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में आयोजित आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना के शुभारंभ पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा, कर दिखाया है। समाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों को निश्शुल्क इलाज मुहैया कराने के लिए योजना शुरू की है। इसका लाभ लाभार्थियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती दिवस 25 सितंबर से मिलने लगेगा। उन्होंने पांच लाभार्थियों रितु शर्मा, माया पाल, लक्ष्मी प्रभा, लल्लन पाल और अनीता गुप्ता को गोल्डन कार्ड प्रदान कर योजना की शुरुआत की।
महापौर प्रमिला पांडेय कहा कि जरूरतमंद एवं निर्धन परिवार नर्सिंग होम में चिकित्सीय सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। कार्यक्रम में मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि योजना से मृत्युदर में कमी आएगी। पाश्चात्य देशों की तर्ज पर नर्सिंग होम एवं सरकारी संस्थानों में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सीय सुविधाएं मिलने लगेंगी। कार्यक्रम का संचालन सीएमओ डॉ. आरपी यादव ने किया।
अतिथियों का धन्यवाद जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने किया। सीडीओ अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, अपर निदेशक डॉ. आरपी यादव, विधायक अरुण पाठक, नीलिमा कटियार, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, सुरेंद्र मैथानी, अनिता गुप्ता एवं पूनम कपूर, जेके कैंसर के निदेशक डॉ. एमपी मिश्रा, एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या, कार्डियोलॉजी के सीएमएस डॉ. जोगिंदर सिंह, एके सिंह व डॉ. राजेश कटियार मौजूद रहे।
जरूरी नहीं कार्ड, अंगूठा व आंख की पुतली से पहचान
सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों के लिए कार्ड जरूरी नहीं है। योजना से संबद्ध अस्पतालों या नर्सिंग होम में बेनिफिसरी सेंटर होंगे। उनमें आयुष्मान मित्र तैनात रहेंगे। इलाज के लिए आए लाभार्थी वहां कंप्यूटर से जुड़े बायोमेट्रिक स्कैनर पर अंगूठा लगाएंगे तो डिटेल आ जाएगी। हाथ में अंगूठा नहीं होने पर आंख की पुतली से मशीन पहचान करेगी। पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि भी मान्य होंगे।
इन अस्पतालों में मिलेग इलाज
मधुराज नर्सिंग होम, चांदनी हास्पिटल, फार्चून अस्पताल, न्यू लीलामनी अस्पताल 16 नर्सिंग होम और 15 सरकारी अस्पताल व संस्थान शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने अभियान चलाकर आठ हजार नए लाभार्थी जोड़े हैं। इनमें रिक्शा चालक, घरेलू नौकर आदि हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा, कर दिखाया है। समाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए निर्धन एवं जरूरतमंद परिवारों को निश्शुल्क इलाज मुहैया कराने के लिए योजना शुरू की है। इसका लाभ लाभार्थियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती दिवस 25 सितंबर से मिलने लगेगा। उन्होंने पांच लाभार्थियों रितु शर्मा, माया पाल, लक्ष्मी प्रभा, लल्लन पाल और अनीता गुप्ता को गोल्डन कार्ड प्रदान कर योजना की शुरुआत की।
महापौर प्रमिला पांडेय कहा कि जरूरतमंद एवं निर्धन परिवार नर्सिंग होम में चिकित्सीय सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। कार्यक्रम में मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि योजना से मृत्युदर में कमी आएगी। पाश्चात्य देशों की तर्ज पर नर्सिंग होम एवं सरकारी संस्थानों में सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सीय सुविधाएं मिलने लगेंगी। कार्यक्रम का संचालन सीएमओ डॉ. आरपी यादव ने किया।
अतिथियों का धन्यवाद जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने किया। सीडीओ अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा, अपर निदेशक डॉ. आरपी यादव, विधायक अरुण पाठक, नीलिमा कटियार, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, सुरेंद्र मैथानी, अनिता गुप्ता एवं पूनम कपूर, जेके कैंसर के निदेशक डॉ. एमपी मिश्रा, एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या, कार्डियोलॉजी के सीएमएस डॉ. जोगिंदर सिंह, एके सिंह व डॉ. राजेश कटियार मौजूद रहे।
जरूरी नहीं कार्ड, अंगूठा व आंख की पुतली से पहचान
सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने कहा कि इस योजना के लाभार्थियों के लिए कार्ड जरूरी नहीं है। योजना से संबद्ध अस्पतालों या नर्सिंग होम में बेनिफिसरी सेंटर होंगे। उनमें आयुष्मान मित्र तैनात रहेंगे। इलाज के लिए आए लाभार्थी वहां कंप्यूटर से जुड़े बायोमेट्रिक स्कैनर पर अंगूठा लगाएंगे तो डिटेल आ जाएगी। हाथ में अंगूठा नहीं होने पर आंख की पुतली से मशीन पहचान करेगी। पहचान के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि भी मान्य होंगे।
इन अस्पतालों में मिलेग इलाज
मधुराज नर्सिंग होम, चांदनी हास्पिटल, फार्चून अस्पताल, न्यू लीलामनी अस्पताल 16 नर्सिंग होम और 15 सरकारी अस्पताल व संस्थान शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने अभियान चलाकर आठ हजार नए लाभार्थी जोड़े हैं। इनमें रिक्शा चालक, घरेलू नौकर आदि हैं।
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