कानपुर में सिर्फ दशहरे के दिन ही खुलता है ये मंदिर, जानिए क्या है इसकी मान्यता Kanpur News
मंदिर में दशहरा पर बड़ी संख्या में आसपास के क्षेत्रों से भी पूजन अर्चन के लिए लोग आते हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर में शिवाला स्थित मंदिर पूरे वर्ष बंद रहता है और सिर्फ दशहरे के दिन इसके पट खुलते हैं, जहां आने वाले गोंड समाज के लोग पूजा अर्चना करते हैं। ये मंदिर है लंकाधिपति रावण का, जहां दशहरे पर बड़ी संख्या में लोग पूजन के लिए पहुंचते हैं। उनका मानना है कि परमज्ञानी रावण से ज्ञान का वरदान मिलता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
उत्तर प्रदेश में कानपुर ही एकमात्र रावण का मंदिर
अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा के जिला महामंत्री राजेंद्र कुमार गोंड के अनुसार कानपुर के शिवाला स्थित रावण का मंदिर उत्तर प्रदेश में एकमात्र है। इसके अलावा भारत में मध्यप्रदेश के विदिशा, कर्नाटक में कोलार, राजस्थान के जोधपुर और हिमाचल प्रदेश के कांगडा में रावण के मंदिर स्थापित है। यहां प्रतिवर्ष दशहरे के लिए दिन रावण की पूजा की जाती है। उनके अनुसार रावण परमज्ञानी और विजेता था, रावण की पूजा से ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है और मनोकामना पूरी होती है।
गोंड समाज के लोगों ने की रावण की पूजा
शिवाला स्थित रावण का मंदिर मंगलवार को विजयादशमी पर खोला गया। यहां पर गोंड महासभा से जुड़े लोग पहुंचे। तिरुमालू धर्मचारी शिवानंद गोंड ने रावण की आरती उतारकर पूजा की। इसके बाद सभी लोगों ने रावण की प्रतिमा की पूजा की और आशीर्वाद लिया। यहां पर कानपुर और आसपास जिलों से रावण को पूजने वाले लोग पहुंचे।