कानपुर में जूही जंगलेश्वर मंदिर पार्क में नहीं होगी रामलीला, सुंदरकांड और रामचरित मानस का होगा पाठ
जंगलेश्वर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र तिवारी ने बताया कि रामलीला में घाटमपुर बिधनू पतारा बर्रा किदवई नगर जूही खाड़ेपुर जरौली सहित जगहों से आते हैं। पूरा पार्क दर्शकों से भर जाता है। उन्होंने बताया कि भीड़ को काबू कर पाना बहुत मुश्किल है।
कानपुर, जेएनएन। जूही जंगलेश्वर मंदिर पार्क में इस बार भी रामलीला का आयोजन नहीं होगा। कोविड को देखते हुए मंदिर कमेटी ने यह फैसला लिया है। जंगलेश्वर मंदिर में सुंदरकांड और रामचरित मानस का पाठ किया जाएगा। बारादेवी मंदिर के सामने वाले पार्क में 70 वर्ष से रामलीला का आयोजन हो रहा था। पिछले वर्ष कोविड की गाइड-लाइन को देखते हुये रामलीला आयोजन नहीं किया था।
जंगलेश्वर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष महेंद्र तिवारी ने बताया कि रामलीला में घाटमपुर, बिधनू, पतारा, बर्रा, किदवई नगर, जूही, खाड़ेपुर, जरौली सहित जगहों से आते हैं। पूरा पार्क दर्शकों से भर जाता है। उन्होंने बताया कि भीड़ को काबू कर पाना बहुत मुश्किल है। इस वजह से इस बार भी रामलीला और दशहरा के मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार की गाइड-लाइन देरी से आई है। इस वजह से कलाकार की बुङ्क्षकग कर पाना संभव नहीं है। महेंद्र ने बताया कि 10 अक्टूबर राम धुन की यात्रा निकाली जाएगी। हर वर्ष होने वाले दशहरा का आयोजन भी इस बार भी नहीं होगा। उन्होंने बताया कि दशहरा की जगह विचार गोष्ठी आयोजित होगी।
इनकी आदत है शिकायत करने की: महेंद्र तिवारी ने बताया कि जंगलेश्वर मंदिर पार्क में गंदगी और सीवर का पानी भरा हुआ है। जन सुनवाई पोर्टल में शिकायत की तो अभियंता ने जवाब लगाया कि महेंद्र तिवारी की आदत है शिकायत करना। अब नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की जाएगी।