खत्म होगा चांद की तस्दीक का विवाद
अलविदा की नमाज पर सहमति बनने के बाद मुस्लिम समाज में अब चांद की तस्दीक पर भी विवाद खत्म करने की पहल शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, कानपुर
अलविदा की नमाज पर सहमति बनने के बाद मुस्लिम समाज में अब चांद की तस्दीक पर भी विवाद खत्म करने की पहल शुरू हो गई है। इस दिशा में बरेलवी शहरकाजी मौलाना आलम रजा खां नूरी के बढ़ाए कदम को अन्य मसलकों के उलमा ने भी समर्थन दिया है और इस मुद्दे पर जल्द ही सभी बैठक कर सकते हैं।
रमजान-उल-मुबारक के चांद को लेकर देवबंदी और बरेलवी के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी। रमजान के चांद की तस्दीक कर देवबंदी ने रोजा शुरू करने की घोषणा कर दी थी जबकि बरेलवी ने चांद से इंकार कर दूसरे दिन से रोजे की बात कही थी। तब इस पर दोनों ने एक-दूसरे पर सवाल भी उठाए थे। अब शहरकाजी मौलाना आलम रजा खां नूरी के प्रवक्ता सगीर आलम हबीबी ने फेसबुक और वाट्सएप के जरिए शहरकाजी के हवाले से पैगाम दिया है कि शिया, सुन्नी, देवबंदी, बरेलवी, अहले हदीस सब मिलकर बैठकर आपस में चांद पर फैसला लिया करें ताकि रुसवाई से बचा जा सके। उलमा का मानना है कि जिस तरह अलविदा 15 जून को तय हुआ है, वैसे ही ईद भी पूरे देश में एक ही दिन हो। देवबंदी शहरकाजी मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा कि जल्द ही उलमा से इस बारे में बात होगी।
शिया मौलाना हामिद हुसैन ने भी चांद की तस्दीक पर होने वाले विवाद को खत्म करने के लिए मिल बैठकर बात करने पर जोर दिया है। अहले हदीस के प्रमुख इकबाल अहमद ने भी शहरकाजी के पहल की तारीफ की है और कहा कि इस मामले में देर नहीं होनी चाहिए।
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सभी मसलक के लोग एक साथ मिल बैठकर चांद की तस्दीक पर एक ही ऐलान करें, ऐसी कोशिश शुरू हुई है। जल्द ही इस मुद्दे पर एक साथ बैठेंगे। चांद को लेकर आम मुसलमानों में जो असमंजस रहता है, उसे दूर करने की कोशिश होगी।
मौलाना आलम रजा खां नूरी, शहरकाजी