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वजन नहीं अफसरों की मर्जी से जुर्माना

पॉलीथिन को लेकर हो रही छापेमारी में मनमाना जुर्माना हो रहा है। छह छापामार दलों ने मंगलवार की अपनी जो कार्रवाई दिखाई उसने खुद ही तस्वीर साफ कर दी कि किस तरह से जुर्माना लगाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 02:03 AM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 02:03 AM (IST)
वजन नहीं अफसरों की मर्जी से जुर्माना
वजन नहीं अफसरों की मर्जी से जुर्माना

जागरण संवाददाता, कानपुर : पॉलीथिन को लेकर हो रही छापेमारी में मनमाना जुर्माना हो रहा है। छह छापामार दलों ने मंगलवार की अपनी जो कार्रवाई दिखाई उसने खुद ही तस्वीर साफ कर दी कि किस तरह से जुर्माना लगाया जा रहा है।

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पॉलीथिन बंदी के बाद जब सोमवार को टीमें निकलीं तो ज्यादातर टीमों ने दुकानदारों को चेतावनी दी कि प्रतिबंधित पॉलीथिन का इस्तेमाल न करें लेकिन दूसरे दिन टीमों ने जुर्माना लगाना शुरू कर दिया। जुर्माना किस तरह लगाना है, इसे लेकर भी एकरूपता नहीं रही। यह बात खुद जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई रिपोर्ट बता रही है। एसीएम प्रथम ने तीन किलो पॉलीथिन पकड़ी तो उन्होंने 22 हजार रुपये जुर्माना वसूल लिया, दूसरी ओर एसीएम द्वितीय ने सबसे आगे बढ़ते हुए 20 किलो पॉलीथिन जब्त की लेकिन जुर्माना का आंकड़ा देखा जाए तो उन्होंने मात्र एक हजार रुपये जुर्माना वसूला। उनसे दोगुना जुर्माना तो एसीएम सात ने वसूल लिया। उन्होंने मात्र 190 ग्राम पॉलीथिन दिनभर में पकड़ी लेकिन दो हजार रुपये जुर्माना लगा दिया।

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बिना वजन दिखाए वसूले 10 हजार

किदवई नगर बाबूपुरवा कालोनी में एक दुकानदार के यहां छापा मारकर टीम ने 10 हजार रुपये का जुर्माना वसूला। इसके लिए रसीद भी दी गई लेकिन उस दुकान में कितनी पॉलीथिन मिली, इसका रसीद में कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया।

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गोदाम में पड़ी 200 ग्राम निकाल लगाया जुर्माना

किदवई नगर में ही एक दुग्ध भंडार के गोदाम में बची हुई पड़ी 200 ग्राम पॉलीथिन निकालकर टीम ने उस पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया। कारोबारी के मुताबिक उस पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं हो रहा था, बची थी इसलिए गोदाम में डाल दिया था।

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कारोबारियों पर जुर्माना गलत तरीके से लगाया जा रहा है। जुर्माना में एकरूपता होनी चाहिए। जुर्माने में एकरूपता क्यों नहीं हो रही, इसकी जांच खुद उच्चाधिकारियों को करनी चाहिए। यह उत्पीड़न है। अगर इसे रोका नहीं गया तो आंदोलन किया जाएगा। - हाजी इखलाक मिर्जा, अध्यक्ष, कानपुर प्लास्टिक एसोसिएशन जुर्माना वसूली में भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। 50 माइक्रॉन से कम की पॉलीथिन जब्त करने का अभियान चलता रहेगा। साथ ही अफसर कारोबारियों के साथ मिलकर बाजारों में जन जागरूकता अभियान चलाएंगे।

- विजय विश्वास पंत, डीएम


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