ठंड बढ़ते ही डिप्रेशन की समस्या बढ़ी, इन बातों पर ध्यान दें युवा
अत्याधिक दिक्कत घने कोहरे और तीन से चार दिन तक सूरज न निकले के कारण होती है। समस्या होने पर चिकित्सकों की सलाह लें।
कानपुर, जेएनएन। ठंड बढ़ते ही डिप्रेशन की समस्याएं बढ़ गई हैं। एलएलआर अस्पताल (हैलट) की मानसिक रोग ओपीडी में कई मरीज आने लगे हैं। डॉक्टर उन्हें दवाओं के साथ ही शारीरिक रूप से फिट रहने और नियमित व्यायाम की सलाह दे रहे हैं। पुराने मरीजों को सर्दी में बेवजह बाहर न निकलने के लिए कहा जा रहा है।सर्दियों के मौसम में दिमाग के अंदर रसायनिक प्रक्रिया काफी तेजी से होती है। बाहर के मौसम के अनुरूप वह ढल नहीं पता है। यह समस्या अवसाद ग्रसित लोगों में ज्यादा रहती है। अत्याधिक दिक्कत घने कोहरे और तीन से चार दिन तक सूरज न निकले के कारण होती है।
क्या करें क्या न करें
-शारीरिक रूप से तंदुरुस्त रहें।
-नियमित व्यायाम करें।
-स्वयं को अकेला न समझें।
-तेल वाले पदार्थ न खाएं।
-घरवालों से लगातार बातचीत करें।
-डॉक्टर की सलाह लें।
युवाओं की संख्या अधिक
ओपीडी में आने वाले मरीजों में अधिकतर युवा हैं। उनमें नौकरी, रोजगार, शादी को लेकर अवसाद बना हुआ है। वह अपने लक्ष्य पर कामयाब नहीं हो सके हैं, घरवाले भी उनकी भावनाओं को समझ नहीं पा रहे हैं। एलएलआर अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. विपुल सिंह का कहना है कि अत्याधिक ठंड में अवसाद की समस्या बढ़ जाती है। मानसिक रोगियों को नियमित व्यायाम करना चाहिए। चिकित्सकों की सलाह लें।