गंगा प्रदूषण मामले पर सुनवाई 27 को, नालों पर चर्चा
जागरण संवाददाता, कानपुर: गंगा प्रदूषण के मामले पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में अगली सुनवाई 27
जागरण संवाददाता, कानपुर: गंगा प्रदूषण के मामले पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में अगली सुनवाई 27 फरवरी को होगी। इस दौरान गंगा में सीधे गिरने वाले नालों के पानी को शोधित किए जाने पर चर्चा होगी। खासतौर से परमिया नाले को लेकर बीते दिनों प्रदूषण नियंत्रण विभाग व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम ने जो संयुक्त जांच की, उस पर भी मंथन किया जाएगा। इसकी पुष्टि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. मोहम्मद सिकंदर ने की।
उन्होंने बताया कि परमिया नाले में जांच के दौरान कुल 42 एमएलडी उत्प्रवाह बहता मिला। इसमें आसपास क्षेत्र के कई छोटे नालों का दूषित पानी भी आ रहा था। इसके अलावा पास में ही गंगा कैनाल से साफ पानी भी मिल रहा था। अफसरों का कहना था अगर सभी नालों को आपस में जोड़कर उनका दूषित पानी सीधे परमिया नाले में मिलाया जाए फिर परमिया नाले के उत्प्रवाह को शोधित (ट्रीट) कर लिया जाए तब काफी हद तक गंगा में सीधे गिरने वाले दूषित पानी को रोका जा सकेगा। हालांकि कहा गया सुनवाई के दौरान जो योजना बनी है, उसे प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं एनजीटी की ओर से जो आदेश होगा, उसका अनुपालन किया जाएगा।