राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गए देश के सात वैज्ञानिक व शिक्षाविदों में सीएसए के पूर्व छात्र प्रो. राजेंद्र कुमार भी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि क्षेत्र में अहम शोध और आविष्कार के लिए अवार्ड प्रदान किया।
कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के पूर्व छात्र व वर्तमान में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आइएआरआइ) नई दिल्ली में प्रधान वैज्ञानिक प्रो. राजेंद्र कुमार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर उन्हें इस अवार्ड से नवाजा गया है। प्रो. राजेंद्र कुमार ने सीएसए के अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग से एमएससी व पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। वह उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक भी रह चुके हैं।
मीरजापुर के छोटे से गांव नंदू में जन्मे
कृषि तकनीकी व आधुनिक उपकरण का प्रचार प्रसार करने एवं किसानों के खेतों तक उन्नतशील कृषि प्रणाली पहुंचाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। मीरजापुर के एक छोटे से गांव नंदू में किसान परिवार में जन्मे प्रो. राजेंद्र कुमार का नाम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने अवार्ड के लिए तय किया।
सीएसए कृषि विवि में रहे शिक्षक
सीएसए में लंबे अरसे तक शिक्षक के रूप में कार्य करने के बाद उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान हिमाचल प्रदेश में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर काम किया। उसके बाद भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में प्रधान वैज्ञानिक व सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ में विभागाध्यक्ष रहे। कुछ समय काम करने के बाद वह फिर आइएआरआइ में प्रधान वैज्ञानिक का पद संभाल लिया। उनकी कई ई-पुस्तकें, शोध व लेख कई शोध पत्रों में प्रकाशित हैं। उन्होंने प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए एग्रीकल्चर रोल मॉडल भी तैयार किए हैं।