जांच का आदेश होते ही बनने लगे शौचालय
संवाद सहयोगी बिधनू बिधनू ब्लाक के इटारा ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्य में अनियमितता की ज
संवाद सहयोगी, बिधनू : बिधनू ब्लाक के इटारा ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्य में अनियमितता की जांच के आदेश आने के बाद प्रधान व सचिव ने शौचालय निर्माण शुरू करा दिए हैं। वहीं, तमाम लाभार्थियों का आरोप है कि प्रधान ने उनके खाते में आई शौचालय की पहली किस्त ले ली थी।
दैनिक जागरण ने नौ जून को मनरेगा में अनियमितता और 18 जून को शौचालय निर्माण में हेराफेरी की खबर फोटो सहित प्रकाशित की थी। डीएम आलोक तिवारी ने 18 अक्टूबर को आरईएस के अवर अभियंता और सहायक निदेशक मत्सय को शौचालय निर्माण और मनरेगा के तहत हुए कार्यों की जांच कराने के आदेश दिए थे। रिपोर्ट देने के लिए जांच अधिकारी को एक माह का समय दिया गया है। गर्दन में तलवार लटकती देख ग्राम प्रधान दिनेश सिंह व सचिव जितेंद्र मिश्रा ने शौचालय निर्माण शुरू करा दिए हैं। मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों का बकाया भी देना शुरू कर दिया है। वहीं कई लाभार्थियों का आरोप है कि प्रधान ने एक वर्ष पहले खाते में शौचालय की आई पहली किस्त के छह हजार रुपये यह कहकर ले लिए थे कि वह खुद निर्माण कराएंगे। आज तक न तो दूसरी किस्त आई और न ही शौचालय बना।
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ग्रामीणों ने बताई हकीकत
एक साल पहले शौचालय की पहली किस्त के छह हजार प्रधान ने मैटेरियल दिलाने की बात कहकर ले लिए थे। आज तक शौचालय नहीं बन सका।
नारेंद्र सिंह
प्रधान ने एक साल पहले पहली किस्त के छह हजार रुपये लेकर कुछ ईंटें और पांच बोरी सीमेंट दिलवाई थी, जिससे केवल टैंक ही बन सका।
रामबाबू
शौचालय की पहली किस्त 2019 में आई थी। प्रधान ने निर्माण कार्य कराने से मना कर रखा था। जांच के आदेश पर प्रधान ने निर्माण शुरू करने को कहा है।
मुकेश कुमार
मनरेगा के तहत प्रधान ने गणेशीपुरवा में शौचालय निर्माण के लिए गिट्टी तोड़ने का ठेका दिया था। काम पूरा हो जाने पर भी भुगतान नहीं किया।
जगदीश