दोबारा निगेटिव आई रिपोर्ट तो खुल जाएंगे पोल्ट्री फॉर्म
दस किलोमीटर क्षेत्र की बाध्यता समाप्त किए जाने पर चल रहा विचार अब तक पांच सौ से अधिक मुर्गों की हुई जांच
दस किलोमीटर क्षेत्र की बाध्यता समाप्त किए जाने पर चल रहा विचार, अब तक पांच सौ से अधिक मुर्गों की कराई जा चुकी है जांच जागरण संवाददाता, कानपुर: चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू से दो जंगली मुर्गों की मौत के बाद से पशुपालन विभाग लगातार मुर्गे, बतख, हंस, बगुला समेत अन्य पक्षियों के नमूनों की जांच करा रहा है। रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है। पशुपालन विभाग ने रविवार को 66 और मुर्गो के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। निर्णय लिया गया कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पोल्ट्री फार्म खोल दिए जाएंगे। इसके अलावा चिड़ियाघर में भी 14 पक्षियों के सैंपल लिए गए।
पशुपालन विभाग अब तक पांच सौ से अधिक मुर्गो की जांच करा चुका है। साढ़े चार सौ मुर्गो की रिपोर्ट आ चुकी है। इनमें बर्डफ्लू का वायरस नहीं मिला है। पशुपालन विभाग ने शासन के पास इसकी रिपोर्ट भेज दी थी। अब विभाग ने दोबारा शहर में अलग-अलग स्थानों पर स्थित पोल्ट्री फार्म से मुर्गो की रैंडम सैंपलिंग कर नमूने लिए हैं। यदि इस बार की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो चिड़ियाघर से दस किमी के दायरे में पोल्ट्री फार्म खोले जाने की सहमति मिल सकती है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरपी मिश्रा ने बताया कि भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट से साफ है कि मुर्गे पूरी तरह स्वस्थ हैं। दूसरे पक्षियों में भी बर्ड फ्लू के कोई संकेत नहीं मिले हैं। केवल तीन कौओं में बर्ड फ्लू पाया गया था, जबकि दूसरे मृत पक्षियों की मौत का कारण निमोनिया व सर्दी लगना सामने आया।
दबौली में एक कौआ मरा
दबौली में रविवार को एक कौआ मृत मिला। पशुपालन विभाग ने कौए के नमूने लेकर जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी डिजीसेज भोपाल भेजे हैं।