क्लीनिक-अस्पतालों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का शिकंजा
जागरण संवाददाता, कानपुर : बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर लापरवाही पर क्लीनिक, पैथालॉज
जागरण संवाददाता, कानपुर :
बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर लापरवाही पर क्लीनिक, पैथालॉजी, निजी नर्सिग होम व अस्पताल संचालकों के खिलाफ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वेस्ट का निस्तारण कितना है, अभी तक कैसे हो रहा था, कहीं संचालक घरेलू कचरे संग बायोमेडिकल वेस्ट भी तो नहीं निस्तारित कर रहे हैं, ऐसे कई बिंदुओं पर अफसर आंकड़ों के साथ ब्योरा जुटा रहे हैं। रोजाना ही शहर में टीमें पहुंचकर जांच कर रही हैं।
अफसरों के मुताबिक मानकों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तय है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि जो रिपोर्ट तैयार हो रही है, वह सीधे लखनऊ स्थित मुख्यालय भेजी जा रही है। मुख्य तौर पर देखा जा रहा है कि क्लीनिक, पैथालॉजी, निजी नर्सिग होम व अस्पतालों में कॉमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट फैसिलिटी की सदस्यता है या नहीं। इसके अलावा जो मेडिकल वेस्ट अपशिष्ट जनित हो रहा है, उसके निस्तारण की व्यवस्था क्या है। इस संबंध में बीते दिनों जिला अनुश्रवण समिति (जिला प्रशासन) की ओर से कार्यशाला आयोजित की गई थी। निजी नर्सिग होम व क्लीनिक संचालकों को बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण की कई विधियों की जानकारी दी गई थी।
बोर्ड के अफसरों ने बताया कि इस मामले की निगरानी जिलाधिकारी कर रहे हैं। उनकी ओर से स्पष्ट कहा गया कि अगर कहीं बायो मेडिकल वेस्ट को घरेलू कचरे संग बहाया गया तो संचालक के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए।