कानपुर में एटीएम से नकदी उड़ाने वाले मेवाती भाइयों की कार बरामद नहीं कर सकी पुलिस
धर पकड़ के बाद पुलिस गाड़ी लेने के लिए आगरा गई थी लेकिन चाबी न मिलने पर पुलिस गाड़ी को शहर नहीं ला सकी थी। मामले को दो माह बीतने के बाद भी पुलिस अब तक गाड़ी की रिकवरी नहीं कर पाई है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में घूम-घूम कर एटीएम से नकदी उड़ाने वाले सगे मेवाती भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर राजफाश किया था। पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने एटीएम खोलने की चाबी और आधा किलो चरस बरामद की थी। पूछताछ में सामने आया था कि एटीएम ने उड़ाई गई नकदी से शातिरों ने दस लाख की क्रेटा कार खरीदी थी। दो माह बीतने के बाद पुलिस अब तक आरोपितों की कार बरामद नहीं कर पाई है।
नगला मेवाती ताजगंज आगरा निवासी ट्रक चालक शमीम खान के बेटे नदीम और वसीम ताजगंज में ही रेडमेड कपड़ों की दुकान चलाते थे।
कपड़ा खरीदने जाने के दौरान उनकी मुलाकात मेवात गैंग के सदस्य से हुई थी। उसने वसीम को ट्रेनिंग सेंटर तक पहुंचाया था। जिसके बाद उसके भाई ने भी यहीं प्रशिक्षण लिया। दोनों दुकान चलाने की आड़ में घूम-घूम एटीएम से नकदी उड़ाने का काम करने लगे। काफी समय तक दिल्ली के गिरोह के लिए काम करने के दौरान विवाद होने पर दिल्ली वाले गैंग ने उन्हेंं पकड़वाया था।
जेल से छूटने के बाद सगे भाइयों ने अपना गैंग तैयार कर लिया था, जिसके बाद शातिरों ने शहर के चकेरी, नजीराबाद और गोविंद नगर के एटीएम को निशाना बनाकर करीब दस लाख की नकदी उड़ाई थी। पुलिस ने जब सगे भाइयों की गिरफ्तारी की तो उनके पास से नकदी बरामद नहीं हुई। छानबीन में सामने आया कि आरोपित भाइयों ने एटीएम से निकाली गई रकम की मदद से दस लाख की क्रेटा गाड़ी खरीदी है। नकदी बरामद न होने पर पुलिस गाड़ी बरामद करना चाहती थी।
धर पकड़ के बाद पुलिस गाड़ी लेने के लिए आगरा गई थी, लेकिन चाबी न मिलने पर पुलिस गाड़ी को शहर नहीं ला सकी थी। मामले को दो माह बीतने के बाद भी पुलिस अब तक गाड़ी की रिकवरी नहीं कर पाई है। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। विवेचक से इस बारे में जानकारी की जाएगी और जल्द ही गाड़ी की भी रिकवर की जाएगी।