पिता की मौत का बदला लेने के लिए कॉलेज प्रबंधक की गोली मारकर की हत्या Kanpur News
पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेजा।
कानपुर, जेएनएन। पनकी के दमगड़ा गांव में डिग्री कॉलेज प्रबंधक एवं राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण कुमार पाल कुमार पाल की हत्या में दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने पुलिस के सामने इकबाल-ए-जुर्म में पिता की मौत का बदला लेने के लिए कॉलेज प्रबंधक की हत्या करने की बात कही है। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त बांका भी बरामद करने के बाद जेल भेज दिया है।
बीती दो अक्टूबर की शाम गांव दमगड़ा के बाहर 55 वर्षीय श्रवण कुमार पाल उर्फ सरवन की लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर और बांका व कुल्हाड़ी से सिर व चेहरे पर ताबड़तोड़ वार करके दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। वारदात के समय श्रवण अपने दोस्त मेडिकल स्टोर संचालक अनिल उर्फ मौसा के साथ स्कूटी से सिरसई प्रतापपुर स्थित चौडिय़ा माता मंदिर में आयोजित भंडारे से घर लौट रहे थे। परिजनों ने गांव के स्कूल संचालक तीन सगे भाइयों धर्मेंद्र पाल, अमित और संजय पाल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। गुस्साई भीड़ ने आरोपितों के स्कूल पर पथराव भी किया था। बाद में पुलिस ने स्कूल की तलाशी में हत्या में प्रयुक्त बंदूक बरामद की थी। मंगलवार को पनकी पुलिस ने आरोपितों धर्मेंद्र व अमित को गिरफ्तार कर लिया। धर्मेंद्र की निशानदेही पर खेत से बांका भी बरामद किया।
पुलिस की पूछताछ में हत्यारोपितों ने बताया कि मई में पिता ओमप्रकाश पल की हादसे में मौत हो गई थी। श्रवण ने रिपोर्ट में हादसे के समय पिता के साथ मौजूद रहे अरविंद वर्मा का नाम हटवाकर धर्मेंद्र का नाम लिखवाया था। इससे उन्हें हादसे में भूमिका संदिग्ध लगने पर बर्रा पुलिस को श्रवण पर हत्या कराने का आरोप लगाकर तहरीर दी थी लेकिन कार्रवाई नही हुई। आरोप है कि पिता की तेरहवीं के बाद श्रवण ने उनपर हमले की साजिश रची थी। इसपर श्रवण की हत्या करने की योजना बनाई और दो अक्टूबर को मौका पाकर वारदात को अंजाम दिया। थाना प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि तीसरे आरोपित संजय पाल की तलाश में दबिश जारी है।