अंधेरों में जी रहे लोगों को सही राह दिखाई और जिंदगी गुजारने का तरीका बताया
उर्स में खिताब करते हुए खानकाह मख्दूम शाह सफी के नायब सज्जादानशीन अफजाल मोहम्मद फारूकी ने कहा कि सूफियों ने इंसानियत मोहब्बत और एकता का पैगाम दिया है। उन्होने अंधेरों में जी रहे लोगों को सही राह दिखाई और जिंदगी गुजारने का तरीका बताया।
कानपुर, जेएनएन। रजबी रोड पर हजरत कुतुब उद्दीन बख्तियार काकी का उर्स मनाया गया। उर्स में सूफियों की जिंदगी पर रोशनी डाली गई। उनके नक्श ए कदम पर चलने को कहा गया। अल्लाह के वलियों की शान में कलाम पेश किए गए।
उर्स में खिताब करते हुए खानकाह मख्दूम शाह सफी के नायब सज्जादानशीन अफजाल मोहम्मद फारूकी ने कहा कि सूफियों ने इंसानियत, मोहब्बत और एकता का पैगाम दिया है। उन्होने अंधेरों में जी रहे लोगों को सही राह दिखाई और जिंदगी गुजारने का तरीका बताया।
सूफियों ने लोगों के दिलों को मोहब्बत से जीता। यही वजह है कि ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती, ख्वाजा कुतुब उद्दीन बख्तिायार काकी, बाबा फरीद उद्दीन गंज शकर, हजरत निजामुद्दीन औलिया, हजरत मख्दूम अली अहमद साबिर की मजारों पर एकता की मिसाल देखने को मिलती है। यहां विभिन्न धर्मो के लोग पहुंचते हैं। हमे भी सूफियों के नक्श ए कदम पर चलना चाहिये। तकरीर के बाद कुल की रस्म अदा की गई। जामा मस्जिद शफियाबाद के इमाम कारी कासिम हबीबी ने दुआ कराई। उर्स में मुफ्ती हनीफ बरकाती, एजाज मियां, मेराज अहमद सफवी, मोहसिन सिद्दीकी, महताब सफवी, असद सफवी, हशमत उल्लाह कादरी आदि रहे।