पैरामेडिकल स्टाफ को मिलेगा कौशल विकास का प्रशिक्षण
निश्शुल्क प्रशिक्षित करने का बीड़ा आरके देवी मेमोरियल हास्पिटल ने उठाया मरीजों के इलाज, आपरेशन और उनकी देखरेख में डॉक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी भूमिका होती है। यह भूमिका और भी बेहतर तरीके से दक्षतापूर्ण तरीके से स्टाफ निभा सके, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मरीजों के इलाज, आपरेशन और उनकी देखरेख में डॉक्टरों के अलावा पैरामेडिकल स्टाफ की भी भूमिका होती है। यह भूमिका और भी बेहतर तरीके से दक्षतापूर्ण तरीके से स्टाफ निभा सके, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। निश्शुल्क प्रशिक्षण देने का बीड़ा आरके देवी मेमोरियल हास्पिटल के सुप्रभा दुबे एवं डॉ. गौरव दुबे ने उठाया है।
डॉ. गौरव दुबे के मुताबिक पैरामेडिकल स्टाफ यूं तो अपना काम बखूबी करते हैं, लेकिन कई बार उनकी जरा सी चूक मरीजों की जान पर भारी पड़ सकती है। इसलिए इनका ज्ञानवर्धन एवं कौशल विकास जरूरी है। इसके लिए योग्यता के आधार पर प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया जाना है ताकि अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाएं मरीजों को दे सकें।
इन्हें करेंगे प्रशिक्षित
नर्सिग स्टाफ, वार्ड ब्वॉय, वार्ड आया, आपरेशन थियेटर (ओटी) असिस्टेंट, ओटी असिस्टेंट, आइसीयू टेक्नीशियन, ड्रेसर, लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट हैं।
प्रतियोगिता से हुआ आगाज
प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले चरण में फ्लोरेंस नाइटेंगिल प्रतियोगिता का आगाज गैंजेस क्लब में हुआ। इसमें सरकारी व निजी अस्पतालों के पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत की पत्नी हेमा पंत थीं। जज डा. अवध दुबे, कैथरीन नर्सिग कॉलेज की प्राचार्य जिशा एस, जेएल रोहतगी अस्पताल की डॉ. सुषमा कपूर थीं। प्रथम उर्सला की कल्पना यादव, द्वितीय सेंट कैथरीन की अंजली भान व तृतीय चांदनी हास्पिटल की बालिनी वीबी रहीं।