प्लास्टिक के कबाड़ से पर्यावरण का संदेश प्रदर्शनी में शानदार मॉडल, पोट्रेट और 'वेस्ट से बेस्ट' से दिखाई रचनात्मकता
प्लास्टिक पर्यावरण का दुश्मन है लेकिन इसका री-यूज कर नुकसान से बचा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्लास्टिक पर्यावरण का दुश्मन है लेकिन इसका री-यूज कर नुकसान से बचा जा सकता है। वेस्ट से बेस्ट की रचनात्मक दिखाते हुए छात्रों ने प्लास्टिक की बोतलों से विभिन्न प्राणियों के चेहरे बनाकर पर्यावरण का संदेश दिया तो विज्ञान के बढ़ते संसार को रोबोटिक्स, हाइड्रोलिक क्रेन, सेंसर अलार्म और होम ऑटोमेशन के मॉडलों से दिखाया। रचनात्मकता का यह पक्ष शाम को कलात्मकता में बदलकर सुर-ताल के संयोजन के साथ मंच पर उतरा तो खूब तालियां मिलीं।
मौका था, पूर्णचंद्र विद्या निकेतन के 28वें वार्षिकोत्सव का। मुख्य अतिथि कानपुर विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष किंजल सिंह ने छात्र-छात्राओं को खूब मेहनत करने, सोच सकारात्मक रखने और अभिभावकों को बच्चों पर विश्वास रखने का संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ.आरती लालचंदानी ने पिछले वर्ष के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर हौसला बढ़ाया।
इससे पूर्व सुबह विज्ञान प्रदर्शनी में सातवीं के छात्र पार्थ, रामजी ने वेस्ट मैटीरियल से सजावटी सामान बनाया तो कृतिका, श्रेया आदि ने पानी की बोतलों से वन्य जीवों के चेहरे बनाए। कक्षा नौ के छात्र आयुष तिवारी ने हस्तियों के कैरीकेचर बनाए तो वैभव अवस्थी ने चारकोल पोट्रेट। सांस्कृतिक संध्या में 'अच्युतं केशवं कृष्ण दामोदरं..' की धुन से हुए आगाज को 'नीले नीले अंबर..' की धुन ने बढ़ाया। रंग-बिरंगी पोशाक में छोटे बच्चों के बॉल डांस ने मन मोहा तो राघव भगत के मृदंग और जयंत पाठक के तबले पर तालों के सवाल जवाब ने खूब तालियां बटोरीं। शुभारंभ जागरण समूह के चेयरमैन योगेंद्र मोहन गुप्त, जागरण एजुकेशन फाउंडेशन की वाइस चेयरपर्सन रितु गुप्ता, सीईओ डॉ.जेएन गुप्ता, चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर भाष्कर गैंटि, विद्यालय की प्रधानाचार्या शोभना मुखर्जी व बालकृष्ण श्रेया ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उप प्रधानाचार्य संजय शर्मा समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।