Move to Jagran APP

नकली शराब बनाने वाला केमिकल पकड़ा

नकली शराब का कारोबार करने वाले शातिरों की नजर अब पूर्वांचल के बाद शहर पर है। दिल्ली से ट्रक में शहर लेकर आ रहे केमिकल को एसटीएफ इलाहाबाद व चकेरी पुलिस ने पकड़ा है। नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रेक्ट्रीफाइड केमिकल की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 May 2018 01:55 AM (IST)Updated: Tue, 15 May 2018 11:31 AM (IST)
नकली शराब बनाने वाला केमिकल पकड़ा
नकली शराब बनाने वाला केमिकल पकड़ा

जागरण संवाददाता, कानपुर : नकली शराब का कारोबार करने वाले शातिरों की नजर अब पूर्वांचल के बाद शहर पर है। दिल्ली से ट्रक में शहर लेकर आ रहे केमिकल को एसटीएफ इलाहाबाद व चकेरी पुलिस ने पकड़ा है। नकली शराब बनाने में इस्तेमाल होने वाले रेक्ट्रीफाइड केमिकल की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है।

loksabha election banner

एसटीएफ इलाहाबाद ने मुखबिर की सूचना पर नकली शराब बनाने के लिए केमिकल की खेप दिल्ली से आने की सूचना पर चकेरी हाइवे पर सोमवार को घेराबंदी की। एएसपी एसटीएफ इलाहाबाद नवेंदु कुमार, इंस्पेक्टर केशव चंद्र राय व चकेरी इंस्पेक्टर अजय सेठ ने चकेरी पीएसी मोड़ पर केमिकल से लदा ट्रक पकड़ा। साथ ही चालक फिरोजाबाद रानी नगर निवासी गिरेंद्र ¨सह को गिरफ्तार किया। हालांकि उसका साथी छिबरामऊ उन्नाव निवासी कुलदीप ¨सह भाग निकला। ट्रक में पांच हजार लीटर केमिकल था, जिसे गिरेंद्र दिल्ली से लेकर आया था। केमिकल की सप्लाई कुलदीप ने मंगाई थी, जिससे दादानगर में कहीं नकली शराब तैयार की जाती। इससे पहले गिरेंद्र व उसके साथियों ने सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद व आसपास जिलों में सप्लाई करते थे। पकड़े गए पांच हजार लीटर केमिकल से करीब 50 हजार लीटर शराब तैयार हो जाती।

-----------------

पहली बार शहर में होनी थी डिलीवरी

पूर्वांचल के जिलों में गिरोह सक्रिय था। जहां दिल्ली व हरियाणा से ट्रांसपोर्ट के जरिए माल बुक किया जाता था और जिलों में सप्लाई करते थे। शहर में पहली बार माल सप्लाई किया जाना था। इसके लिए दिल्ली से ही गिरेंद्र को कुलदीप का मोबाइल नंबर दिया गया था। फोन से कुलदीप लगातार संपर्क में था और हाइवे से चकेरी क्षेत्र में ट्रक आया था। इस गिरोह के आधा दर्जन सदस्य इससे पहले रायबरेली, इलाहाबाद व सुल्तानपुर में पकड़े जा चुके है। जिनसे करीब डेढ़ करोड़ रुपये का माल पकड़ा गया था।

------------------------

21 हजार का ड्रम बेचता था 35 हजार में

गिरेंद्र ने बताया कि दिल्ली के एसआर ट्रैवेल्स से एक ड्रम केमिकल 21 हजार रुपये में मिलता है। जिसे वह 35 हजार रुपये में बेचता था। जिससे उसे प्रति ड्रम 14 हजार रुपये बचते थे। वह करीब दो साल से इस गोरखधंधे में जुटा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.