गंगा बैराज की रेलिंग पर लगेगी आठ फीट की जाली, अक्टूबर से शुरू होगा काम
गोल आकर के लगेंगे कटीले तार 1115 मीटर लंबाई में लगेगी जाली
कानपुर, जेएनएन। गंगा बैराज की रेलिंग से छलांग लगाने वालों पर रोक लगाने के लिए सिंचाई विभाग ने पहल की है। अटल घाट से लेकर गंगा बैराज के दूसरे छोर तक जाली लग जाने से इस प्रकार के कृत्य करने वालों पर अंकुश लग सकेगा। विभाग ने आठ फीट की लोहे की जाली लगवाने और बंदरों से बचने के लिए गोल-गोल कटीले तार लगवाने की तैयारी की है। साथ ही बीच-बीच में टूटे हुए डिवाइडर और फुटपाथ को भी दुरुस्त कराया जाएगा।
एक करोड़ 40 लाख खर्च करेगा विभाग
गंगा बैराज में लगी रेलिंग ढाई फीट की है। कई लोग इस पर चढ़कर गंगा में छलांग लगाकर जान दे चुके है। इसलिए सिंचाई विभाग एक करोड़ 40 लाख रुपये से 625 मीटर तक दोनों तरफ जाली लगवाएगा। ताकि लोग न तो छलांग लगा सकें और न ही गंदगी फेंक सकें। इसके अलावा नहाने से रोकने के लिए अटल घाट से लेकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा तक 425 मीटर तक दोनों तरफ आठ फीट ऊंची जाली लगवाए जाने को टेंडर हो गया है। अलीगढ़ के ठेकेदार को ये काम सौंपा गया है।
इनका ये है कहना
आए दिन होने वाले हादसों और खुदकुशी के मामलों पर रोक लगवाने के लिए निर्णय लिया गया है। टेंडर करा दिया गया है अक्टूबर तक काम शुरू हो जाएगा। 90 दिन में जाली लगाने का समय ठेकेदार को दिया गया है। इसके साथ ही बैराज मार्ग पर टूटे डिवाइडर और फुटपाथ को भी ठीक कराया जाएगा। - जेपी सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग
अब तक बैराज में हुईं घटनाएं
- 21 जनवरी 2018 को पांडुनगर निवासी कारोबारी की पत्नी ने गंगा बैराज से गंगा में कूदकर जान दे दी थी।
- 21 दिसंबर 2018 को काकादेव निवासी कारोबारी ने गंगा बैराज से छलांग लगा दी थी।
- 02 सितंबर 2019 को कानपुर विश्वविद्यालय की बीसीए छात्रा ने बहन-बहनोई के डांटने पर बैराज से गंगा में छलांग लगा दी थी।
- 23 जनवरी 2020 को मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने गंगा बैराज से कूदकर जान दे दी थी।
- 14 सितंबर 2020 को किदवईनगर निवासी युवती ने रीढ़ की हड्डी की बीमारी से परेशान होकर गंगा बैराज से छलांग लगाई। गोताखोरों ने सकुशल बचाया।