क्लीन शेव नहीं अब युवाओं को लग गया है महंगे बियर्ड का शौक, करना पड़ता है अधिक खर्च
हर महीने दाढ़ी को आकर्षक बनाने के लिए युवा खर्च कर रहे हैं पांच सौ से लेकर एक हजार रुपये तक।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। एक समय ऐसा था, जब शहर से लेकर गांव तक युवा क्लीन शेव में ही नजर आते थे, लेकिन अब ट्रेंड बदल चुका है। सिनेमा से लेकर क्रिकेट के मैदान तक अब स्टाइलिश बियर्ड छाई हुई है। भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली से लेकर लोकेश राहुल तक की बियर्ड चर्चा में रहती है। ऐसे में शहर के युवा भी स्मार्ट और आकर्षक दिखने के लिए दाढ़ी (बियर्ड) रखने लगे हैं। हालांकि उनका यह शौक काफी महंगा भी है। जिस पर वे हर महीने पांच सौ रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक खर्च कर रहे हैं।
बियर्ड की भी हैं कई स्टाइल
क्लीन शेव का दौर खत्म हुआ तो ट्रिम्ड बियर्ड का दौर आया। फिर आया स्टाइलिश मूछों का दौर, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बियर्ड के कई स्टाइल ऐसे आए जो छा गए। कानपुर में युवाओं को देखिए तो बियर्ड का ये स्टाइल खूब दिखाई देगा। तरह-तरह की स्टाइल में युवा फब रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय आज भी विराट कट या थिक स्टबल है। शहर के अधिकांश सैलून बियर्ड का काम तो करते हैं, लेकिन कुछ चुनिंदा सैलून या मैन पार्लर है, जहां पर बियर्ड के सभी स्टाइल मिल पाती है। युवाओं की मानें तो सप्ताह में एक बार उन्हें सैलून या पार्लर जाना पड़ता है। जहां डेढ़ सौ रुपये से तीन सौ रुपये तक में बियर्ड सेट की जाती है। इसके अलावा उन्हें घर पर भी बियर्ड की खासी देखभाल करनी पड़ती है। इसके लिए पूरी किट रखनी पड़ती है। यही नहीं बियर्ड को घना बनाने के लिए भी कई तरह के इलाज और तेल आदि चलन में हैं, जिनका युवा खूब इस्तेमाल कर रहे हैं।
बियर्ड के ये स्टाइल हैं चलन में
थिक स्टबल (विराट कोहली का स्टाइल), लांग बियर्ड, शार्ट बियर्ड, शार्ट फुल बियर्ड, ट्रिम्ड बियर्ड, शार्ट पैची बियर्ड, थिक बुशी बेयर्ड, फ्रेंच कट, एंकर बियर्ड, टू कट, एल शेप, स्ट्रेट शेप आदि।
बियर्ड ग्रुमिंग किट के सामान
फेसवाश, ट्रिमर, बियर्ड क्रीम, बियर्ड शैंपू, बियर्ड कंडीशनर, बियर्ड ऑयल, बियर्ड ब्रश, बियर्ड बाम, बियर्ड जेल आदि।
युवाओं की ये है सोच
बियर्ड से चेहरे का लुक अच्छा लगता है, लेकिन इसकी देखभाल आसान नहीं है। इसके लिए मैं अपनी किट में हमेशा बियर्ड क्रीम, ब्रश और ऑयल का इस्तेमाल करता हूं। लगभग हर सप्ताह सैलून में इसे सेट भी करवाना पड़ता है। शौक है तो खर्च होगा ही।
- पुनीत त्रिवेदी, विष्णुपुरी
बियर्ड की देखभाल में खर्चा ही नहीं होता। काफी मेहनत भी करनी पड़ती है। समय-समय पर इसे सेट करवाना पड़ता है। क्रीम, कंडीशनर, ऑयल आदि लगता है। औसतन आठ सौ रुपये तो हर महीने इसकी देखभाल पर खर्च ही होते हैं। मगर लुक अच्छा आता है।
-प्रदीप सैनी, नारामऊ