अब घर बैठे प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं करा सकेंगे शिक्षक, CSJMU की ओर से बनाई गई विशेष मोबाइल एप्लीकेशन
कानपुर में सीएसजेएमयू प्रशासन की ओर से विशेष मोबाइल एप्लीकेशन बनाई गई है। इससे अब घर बैठे शिक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं करा सकेंगे। वहीं कालेज की लोकेशन पर पहुंचने के बाद ही शिक्षकों का लागिन खुलेगा। तमाम शिकायतों के बाद सीएसजेएमयू ने नया एप विकसित किया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। महाविद्यालयों के शिक्षक अब घर बैठकर प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं करा सकेंगे। पहले वह महाविद्यालय में पहुंचने के बाद एक विशेष एप (एप्लीकेशन) पर लागिन करके हाजिरी लगाएंगे और इसके बाद ही परीक्षा कराएंगे। जी हां, पिछले शैक्षिक सत्र में प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान सामने आई शिकायतों के चलते छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) की ओर से नए सत्र के लिए यह एप विकसित कराया गया है।
इस एप की शुरुआत इसी वर्ष उन शिक्षकों के लिए की जा रही है, जो छूटी हुई प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराने के लिए नामित किए जा रहे हैं। इसके बाद इसे नए शैक्षिक सत्र में भी लागू करने की तैयारी हो रही है। परीक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय से सात जिलों में करीब 700 महाविद्यालय संबद्ध हैं।
पिछले शैक्षिक सत्र में प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान शिक्षकों के अनुपस्थित रहने की लगातार शिकायतें मिलीं। कई स्थानों पर वाह्य परीक्षकों के नाम परिवर्तित करके नए शिक्षकों को भेजकर परीक्षा कराई गई थी। यही नहीं, कुछ स्थानों पर शिक्षकों के घर बैठे अंक देने की भी जानकारी सामने आई।
इसी वजह से अब प्रयोगात्मक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं भी जमा कराई जा रही हैं। विश्वविद्यालय स्थित महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक प्रो. राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से बनाया गया एप सत्यापन के बाद ही ओपन होगा। शिक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा तभी करा सकेंगे, जब वह कालेज में होंगे। यही नहीं, इस एप पर शिक्षकों को कालेज व छात्रों के साथ अपनी फोटो भी अपलोड करनी होगी।