नेपाल के बाद अब बांगलादेश बॉर्डर बिना चेकिंग पार करेगा कंटेनर, ट्रैकिंग सिस्टम से रहेगी नजर Kanpur News
पनकी इनलैंड कंटेनर डिपो ने सेवा शुरू की है इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। नेपाल की तरह ही अब बॉर्डर पर चेकिंग के बिना माल बांग्लादेश जा सकेगा। पनकी स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो से बांग्लादेश के लिए पहला कंटेनर भेजा जा रहा है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम लगा होगा। इस सुविधा से मात्र चार दिन के अंदर कंटेनर बांग्लादेश सीमा पार कर जाएगा। अभी इसमें 15 से 20 दिन लगते हैं। 15 माह पहले इसी डिपो से नेपाल के लिए इस सुविधा के साथ कंटेनर भेजा गया था।
25 जून 2018 को कस्टम आयुक्त एसके शर्मा ने नेपाल के लिए शुरू हुई सुविधा का उद्घाटन किया था। उसके बाद कई प्रयास के बाद भी दूसरा कंटेनर नहीं मिला। अब बांग्लादेश के लिए व्यवस्था शुरू की गई है। शनिवार को इसकी शुरूआत कस्टम उपायुक्त सीएन मिश्र करेंगे। डिपो से रवाना होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम से उस पर नजर रखी जाएगी। बांग्लादेश सीमा पर कंटेनर का लॉक चेक कर उसे बॉर्डर पार कर दिया जाएगा। हालांकि इसे शनिवार को कितने बजे रवाना किया जाएगा, इसका समय तय नहीं हुआ है।
किसी भी लैंड पोर्ट पर माल चेक करके आगे भेजा जाता है। पूरे माल को चेक करने की वजह से क्लियरेंस में काफी समय लगता है। अधिकारियों के मुताबिक कानपुर से बांग्लादेश सीमा तक पहुंचने में तीन दिन लगते हैं। इसके बाद वहां क्लियरेंस के इंतजार में 10 से 20 दिन गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। नया सिस्टम लगने से यह साफ हो जाएगा कि कंटेनर डिपो में जो सामान पैक कर लॉक लगाया गया, उसमें छेड़छाड़ नहीं की गई। इस वजह से क्लियरेंस बहुत जल्दी हो जाएगी। बॉर्डर पर अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक लॉक चेक करेंगे। वह अगर ठीक होगा तो कंटेनर को बॉर्डर पार करा दिया जाएगा।
कंटेनर की लोकेशन बताएगा सिस्टम
सील कंटेनर अपने रास्ते से कहीं इधर उधर हुआ तो उसकी पूरी जानकारी इलेक्ट्रॉनिक कार्गो ट्रैकिंग सिस्टम हर समय देता रहेगा। अधिकारी और कारोबारी दोनों इस पर नजर रख सकेंगे। सीमा शुल्क विभाग के उप आयुक्त सीएन मिश्र ने बताया कि बांग्लादेश के लिए पहला कंटेनर शनिवार को रवाना किया जा रहा है। इसके लिए डिपो में तैयारी कर ली गई है।