गंगा में जहर उड़ेल रहीं 19 टेनरियों को बंद करने का फरमान
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने प्रदूषण फैलाने की दोषी टेनरियों पर की कार्रवाई, डीएम ने कहा 50 फीसद घटाएं उत्पादन क्षमता।
कानपुर, जागरण संवाददाता। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गंगा प्रदूषित करने की दोषी 19 टेनरियों पर कार्रवाई की है। उन्हें अग्रिम आदेश तक काम बंद करने के आदेश दिए गए हैं। यह कार्रवाई मुख्य पर्यावरण अधिकारी की संस्तुति पर लखनऊ स्थित मुख्यालय से हुई।
कुंभ मेले में गंगाजल की गुणवत्ता बरकरार रखने को कार्ययोजना तैयार की गई। इसमें पंपिंग स्टेशन से ओवरफ्लो होकर अपशिष्ट के नालियों के रास्ते गंगा में जाने पर बंदी के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने टेनरी संचालकों के साथ बैठक की। बैठक में पंपिंग स्टेशनों पर बोझ कम करने के लिए उत्पादन क्षमता 50 फीसद तक कम करने के लिए कहा गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी टेनरियों के लिए अपशिष्ट प्रवाहित करने का समय निर्धारित किया।
अधिकारियों ने पंपिंग स्टेशन, सीईटीपी और टेनरियों की निगरानी शुरू कर दी। बुधवार को पंपिंग स्टेशन नंबर चार (बुढिय़ा घाट) का उत्प्रवाह पंपिंग स्टेशन नंबर तीन (वाजिदपुर) में ओवरफ्लो होते मिला। बुढिय़ा घाट पंपिंग स्टेशन का उत्प्रवाह वाजिदपुर होकर सीईटीपी में मिलता है। ऐसे में वाजिदपुर पंपिंग स्टेशन पर अतिरिक्त बोझ न पड़े, इसके लिए बुढिय़ा घाट पंपिंग स्टेशन से जुड़ी 18 टेनरियों को बंद करने का आदेश जारी हो गया।
इन पर हुई कार्रवाई
- अनवर अहमद टेनरी
- अल्हांज लेदर
- अबराक टेनरी
- अरशी इंटरप्राइजेज
- अजीज लेदर फिनिशर्स
- एवरेस्ट एक्सपोर्ट
- एवरेस्ट टेनर्स
- एवरेस्ट टेनरी उपहोल्सरी डिविजन
- एवरेस्ट टेनिंग इंडस्ट्रीज
- फरहान टेनर्स
- फिदा हुसैन टेनरी
- गोल्डन इंटरप्राइजेज
- हमराज टेनर्स
- लेदर वल्र्ड
- एनआर टेनर्स
- सुपर टेनरी लिमिटेड
- वीनस इंडस्ट्रीज
- यूसुफ इंटरप्राइजेज
50 फीसद से अधिक मिला उत्पादन, बंदी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने जाजमऊ स्थित मेरिट लेदर फिनिशर्स में छापेमारी की। वहां कच्चा चमड़ा उत्पादन क्षमता से काफी मात्रा में भंडारित मिला। मुख्य पर्यावरण अधिकारी कुलदीप मिश्र के मुताबिक 18 टेनरियां और मेरिट लेदर फिनिशर्स अग्रिम आदेश तक बंद रहेंगी।
गंगा में बहा दूषित पानी, 16 और टेनरियां होंगी सील
जाजमऊ स्थित शीतला बाजार नाला भी ओवरफ्लो हो गया। इस वजह से बुधवार को दूषित पानी गंगा में गिरता रहा। जल निगम के परियोजना प्रबंधक घनश्याम द्विवेदी ने टेनरियों के पूरी क्षमता से चलने की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि टेनरियों को आधी क्षमता से चलाने के लिए कहा गया है, लेकिन शीतला बाजार पंपिंग स्टेशन और नाला का निरीक्षण करने के बाद यह लगता है कि टेनरियां पूरी क्षमता से चल रही हैं। कम से कम दस एमएलडी से ज्यादा टेनरी का दूषित पानी ओवरफ्लो होकर गंगा में गिर रहा है। जबकि सीईटीपी की क्षमता ही नौ एमएलडी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को रिपोर्ट भेज दी है। इसमें 16 टेनरियों द्वारा दूषित पानी सीधे गंगा में डालने की बात कही गई है।