उर्सला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड व एक्सरे के नहीं करना होगा इंतजार, नई मशीनें मिलीं
सीएसआर से अस्पताल को मिली एक एक्सरे व एक अल्ट्रासाउंड मशीन मई से जांच शुरू होने की उम्मीद।
By AbhishekEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 11:28 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 09:13 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। उर्सला में एक्सरे व अल्ट्रासाउंड जांच के लिए अब घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मरीजों को लंबी लाइन से भी छुटकारा मिल जाएगा। मरीजों की सुविधा के लिए उर्सला में एक डिजिटल एक्सरे व एक अल्ट्रासाउंड मशीन आ गई है, जिन्हें उर्सला के न्यू मल्टी स्पेशियलिटी ओपीडी ब्लॉक में स्थापित किया गया है। चुनाव बाद दोनों मशीनों से जांच शुरू की जाएगी।
सैमसंग कंपनी ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांशबिलिटी (सीएसआर) फंड से उर्सला अस्पताल को एक डिजिटल एक्सरे तथा एक अल्ट्रासाउंड मशीन प्रदान की है। इन मशीनों को उर्सला के न्यू ओपीडी ब्लॉक में स्थापित करने का काम पूरा हो चुका है। मशीनों के साथ कंपनी ने प्रिंटर नहीं दिए हैं। अस्पताल प्रशासन को अपने स्तर से प्रिंटर का इंतजाम करना पड़ेगा। इन मशीनों की स्थापना से अस्पताल में अब दो डिजिटल एक्सरे मशीन तथा दो अल्ट्रासाउंड मशीनें हो गई हैं। यहां तीन रेडियोलॉजिस्ट भी तैनात हैं।
रोज होती 300 से अधिक जांचें
अस्पताल में रोज 300 से अधिक मरीजों की एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच होती है। इसमें रोज 150-200 एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच 80-100 होती हैं। दोनों मशीनों से जांच शुरू होने से मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
जिम्मेदार की बात
एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच निश्शुल्क होती है, इसलिए भीड़ अधिक होती है। दोनों मशीनों से जांच शुरू होने पर मरीजों को राहत मिलेगी। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मई से कार्य करने लगेंगी।
-डॉ. मुन्ना लाल विश्वकर्मा, कार्यवाहक सीएमएस उर्सला अस्पताल
सैमसंग कंपनी ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांशबिलिटी (सीएसआर) फंड से उर्सला अस्पताल को एक डिजिटल एक्सरे तथा एक अल्ट्रासाउंड मशीन प्रदान की है। इन मशीनों को उर्सला के न्यू ओपीडी ब्लॉक में स्थापित करने का काम पूरा हो चुका है। मशीनों के साथ कंपनी ने प्रिंटर नहीं दिए हैं। अस्पताल प्रशासन को अपने स्तर से प्रिंटर का इंतजाम करना पड़ेगा। इन मशीनों की स्थापना से अस्पताल में अब दो डिजिटल एक्सरे मशीन तथा दो अल्ट्रासाउंड मशीनें हो गई हैं। यहां तीन रेडियोलॉजिस्ट भी तैनात हैं।
रोज होती 300 से अधिक जांचें
अस्पताल में रोज 300 से अधिक मरीजों की एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच होती है। इसमें रोज 150-200 एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच 80-100 होती हैं। दोनों मशीनों से जांच शुरू होने से मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
जिम्मेदार की बात
एक्सरे तथा अल्ट्रासाउंड जांच निश्शुल्क होती है, इसलिए भीड़ अधिक होती है। दोनों मशीनों से जांच शुरू होने पर मरीजों को राहत मिलेगी। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मई से कार्य करने लगेंगी।
-डॉ. मुन्ना लाल विश्वकर्मा, कार्यवाहक सीएमएस उर्सला अस्पताल
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