दुष्कर्म पीडि़ता की मौत के बाद से गांव में तैनात है पुलिस-पीएसी, फिर भी बच्चा हुआ गायब
उन्नाव के बिहार थानांतर्गत गांव में दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद पुलिस-पीएसी तैनात की थी अब बच्चे के गायब होने पर ग्रामीण भी पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। घटनास्थल पर एसपी ने जांच की।
उन्नाव, जेएनएन। बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते वर्ष दिसंबर में दुष्कर्म का मुकदमा वापस न लेने पर जलाकर मारी गई युवती के छह वर्षीय भतीजे के लापता होने की घटना को पुलिस अफसरों ने गंभीरता से लिया है। बड़ा सवाल यह है कि पीड़िता की मौत के बाद गांव में पीएसी और पुलिस बल तैनात है और इसके बाद भी मासूम का अपहरण कैसे हो गया। गांव में अब हर गतिविधि पर पुलिस नजर रख रही है। वहीं आरोपितों के स्वजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके बच्चे की तलाश शुरू कर दी है।
पिछले वर्ष पांच दिसंबर को बिहार थानाक्षेत्र के गांव में दुष्कर्म पीड़ित को जिंदा जलाकर मारने के मामला अदालत में विचाराधीन है। पीड़िता के मृत्यु पूर्व बयान के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। पीडि़ता के भाई का छह वर्षीय बेटा लापता होने पर आराेपितों के स्वजन पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आइजी रेंच लक्ष्मी सिंह व एसपी ने गांव आकर पड़ताल की। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना है। पीडि़ता की मौत के बाद से गांव में पीएसी व पुलिस बल तैनात है और इसके बाद भी बच्चे का गायब होना बड़ा सवाल बना हुआ है।
डॉग स्क्वाड भी नहीं खोज सका बच्चा
बच्चे की खोज के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वाड को भी बुलाया। लेकिन खोजी कुत्ता भी उसे नहीं खोज सका। वह घर से सौ मीटर तक जाकर लौट आया।
बच्चे की खोज में लखनऊ निकली स्वॉट
स्वॉट सूत्रों ने बताया कि बच्चे के बारे में सुराग मिला है कि वह लखनऊ में हो सकता है। इसलिये एक स्पेशल टीम को लखनऊ रवाना किया गया है।