थाने में इंस्पेक्टर ने पीड़ित किशोरी से डांस करने को कहा, एनएचआरसी ने डीजीपी से मांगा जवाब
राष्ट्रीय मानवाधिकार ने मामले में नोटिस जारी करके प्रकरण में अबतक की गई कार्रवाई की भी जानकारी मांगी है।
कानपुर, जेएनएन। शहर की पुलिस की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। लॉकडाउन के समय पनकी में पूजा करने रहे वृद्ध से बदसलूकी हो या फिर संजीत अपहरण-हत्याकांड में फिरौती का मामला, बार-बार किरकिरी कराने वाली पुलिस की एक बार फिर शर्मसार करने वाली हरकत सामने आई है। अब थाने में किशोरी से डांस के लिए कहने के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने डीजीपी से जवाब मांगा है।
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गोविंदनगर के दबौली वेस्ट निवासी किशोरी ने थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका आरोप है कि दुकान से सामान लेकर घर लौटते समय युवकों ने छेड़छाड़ की थी, जिसकी शिकायत करने वह थाने पर गई थ। आरोप है कि थाना प्रभारी से गुहार लगाई तो उन्होंने कहा कि पहले डांस करके दिखाओ फिर करेंगे कार्रवाई। किशोरी ने आरोप लगाते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद मामला सामने आया।
थाने में एफआइआर दर्ज करने के बदले एक किशोरी पर नाचने का दबाव बनाने के संगीन आरोपों को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए इस मामले में नोटिस जारी की है और डीजीपी से मामले में छह सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। साथ ही प्रकरण में अबतक की गई कार्रवाई की जानकारी भी मांगी है। वहीं सीओ गोविंद नगर ने इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों को निराधार बताया है। कहा है कि किशोरी की ओर से पुलिस पर दबाव बनाने के लिए सुनियोजित तरह से वीडियो वायरल किया गया है।