निर्दलीय कूदे तो बिगड़ा नगर निगम कार्यकारिणी चुनाव का समीकरण
24 जनवरी को बुलाई गई सदन की बैठक, छह सदस्यों का चयन सर्वसम्मति से होना मुश्किल।
By Edited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 12:27 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 11:51 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। नगर निगम कार्यकारिणी के छह सदस्यों के सर्वसम्मति से चुनाव का समीकरण निर्दलीयों ने बिगाड़ दिया है। निर्दलीय भी अपनी दावेदारी पेश करने में जुटे हैं। कार्यकारिणी चुनाव के लिए 24 जनवरी को सदन की बैठक बुलाई जा रही है।
सर्वसम्मति से चुनाव को झटका
भाजपा के 58 पार्षदों के बाद सबसे ज्यादा निर्दलीय 18 पार्षद हैं। कांग्रेस के 18 और सपा में 12 पार्षद हैं। बसपा व अन्य पार्टी के चार सदस्य हैं। सर्वसम्मति से चुनाव कराने की भाजपा की पहल को झटका लगा है। नगर निगम कार्यकारिणी के वर्ष 2018 में हुए चुनाव में निर्दलीय पार्षद मनोज पांडेय के उतरने पर समीकरण बिगड़ गया था। बाद में सभी दलों के पदाधिकारियों ने बीच में पड़कर निर्दलीय पार्षद को बैठा दिया था। भाजपा ने पार्षदों व पदेन सदस्यों की संख्या के आधार पर 12 में आठ भाजपा और दो-दो कांग्रेस व सपा के सदस्यों का चयन किया था। लॉटरी के माध्यम से भाजपा के पांच और सपा के एक सदस्य बाहर हो गए।
निर्दलीय ने ठुकराई पेशकश
भाजपा ने फिर सर्वसम्मति से चुनाव कराने का फार्मूला दिया है। इसमें छह सदस्यों में चार भाजपा और एक-एक सदस्य सपा व कांग्रेस का रहेगा। इस बार निर्दलीय ने मानने से मना कर दिया है। साफ कहा है कि इस बार वह भी चुनाव लड़ेंगे। निर्दलीय पार्षद मनोज पांडेय, अरविंद यादव, सुनील कनौजिया, शीबू अंसारी ने चुनाव लडऩे की दावेदारी की है। कांग्रेस में भी कई पार्षद चुनाव लडऩे को तैयार हैं। ऐसे में चुनाव सर्वसम्मति से होते नहीं दिख रहा है।
वर्तमान कार्यकारिणी पर एक नजर
ये सदस्य बाहर : नवीन पंडित, अभिषेक गुप्ता, गोपाल गुप्ता, गुरु प्रसाद गुप्ता, विजय यादव व संतोष साहू।
ये सदस्य अंदर : रीता पासवान, महेन्द्र पांडेय, जितेंद्र गांधी, अमीम खान, लियाकत अली व जेपी पाल।
सदस्यों की संख्या
सर्वसम्मति से चुनाव को झटका
भाजपा के 58 पार्षदों के बाद सबसे ज्यादा निर्दलीय 18 पार्षद हैं। कांग्रेस के 18 और सपा में 12 पार्षद हैं। बसपा व अन्य पार्टी के चार सदस्य हैं। सर्वसम्मति से चुनाव कराने की भाजपा की पहल को झटका लगा है। नगर निगम कार्यकारिणी के वर्ष 2018 में हुए चुनाव में निर्दलीय पार्षद मनोज पांडेय के उतरने पर समीकरण बिगड़ गया था। बाद में सभी दलों के पदाधिकारियों ने बीच में पड़कर निर्दलीय पार्षद को बैठा दिया था। भाजपा ने पार्षदों व पदेन सदस्यों की संख्या के आधार पर 12 में आठ भाजपा और दो-दो कांग्रेस व सपा के सदस्यों का चयन किया था। लॉटरी के माध्यम से भाजपा के पांच और सपा के एक सदस्य बाहर हो गए।
निर्दलीय ने ठुकराई पेशकश
भाजपा ने फिर सर्वसम्मति से चुनाव कराने का फार्मूला दिया है। इसमें छह सदस्यों में चार भाजपा और एक-एक सदस्य सपा व कांग्रेस का रहेगा। इस बार निर्दलीय ने मानने से मना कर दिया है। साफ कहा है कि इस बार वह भी चुनाव लड़ेंगे। निर्दलीय पार्षद मनोज पांडेय, अरविंद यादव, सुनील कनौजिया, शीबू अंसारी ने चुनाव लडऩे की दावेदारी की है। कांग्रेस में भी कई पार्षद चुनाव लडऩे को तैयार हैं। ऐसे में चुनाव सर्वसम्मति से होते नहीं दिख रहा है।
वर्तमान कार्यकारिणी पर एक नजर
ये सदस्य बाहर : नवीन पंडित, अभिषेक गुप्ता, गोपाल गुप्ता, गुरु प्रसाद गुप्ता, विजय यादव व संतोष साहू।
ये सदस्य अंदर : रीता पासवान, महेन्द्र पांडेय, जितेंद्र गांधी, अमीम खान, लियाकत अली व जेपी पाल।
सदस्यों की संख्या
- पार्षद -110
- पदेन - 10
- भाजपा - 58 पार्षद व पदेन छह सदस्य
- कांग्रेस - 18 पार्षद व पदेन एक सदस्य
- सपा - 12 पार्षद व पदेन तीन सदस्य
- बसपा व अन्य - चार पार्षद
- निर्दलीय - 18 पार्षद
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