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पानी की टंकी पर चढ़कर बोला 'वीरू', मेरी बात मानिंग नहीं तो आइ एम नीचे कूदिंग... Kanpur News

झींझक सीएचसी की पानी की टंकी पर चढ़ा मानसिक विक्षिप्त युवक मांग रहा था अंगौछा और कुर्ता।

By AbhishekEdited By: Published: Fri, 30 Aug 2019 01:04 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 01:04 PM (IST)
पानी की टंकी पर चढ़कर बोला 'वीरू', मेरी बात मानिंग नहीं तो आइ एम नीचे कूदिंग... Kanpur News
पानी की टंकी पर चढ़कर बोला 'वीरू', मेरी बात मानिंग नहीं तो आइ एम नीचे कूदिंग... Kanpur News

कानपुर देहात, जेएनएन। मेरी बात मानिंग नहीं तो आइ एम नीचे कूदिंग, तुम्हें जेल होइंग और चक्की पीसिंग एंड पीसिंग। ये लाइनें पढ़कर आपको फिल्म शोले की याद आ गई होगी, जिसमें वीरू पानी की टंकी पर चढ़ जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा शुक्रवार को झींझक में देखने को मिला, जहां मानसिक विक्षिप्त युवक टंकी में चढ़ कर इसी अंदाज में खाकी को धमकी देता रहा और कभी चार सीढ़ी नीचे आता तो कभी लटकने का नाटक कर कूद जाने की बात कहता। झींझक सीएचसी में बनी पानी टंकी के नीचे मौजूद पुलिस ऊपर नीचे के चक्कर में चकरघिन्नी हो गई। करीब दो घंटे बाद उसे नीचे उतार लिया गया।

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झींझक कस्बे में सीएचसी में मौजूद लोगों में शोले फिल्म का वह सीन ताजा हो गया जिसमें धर्मेद्र (वीरू) पानी की टंकी पर चढ़कर बसंती से शादी करने के लिए उसकी मौसी को टंकी से कूदने की धमकी देकर राजी करता है। शुक्रवार को झींझक सीएचसी के मेटरनिटी विंग के पास बनी करीब 50 फीट ऊंची पानी की टंकी पर एक मानसिक विक्षिप्त युवक चढ़ गया। जब लोगों की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने अस्पताल में मौजूद डाक्टर शिव कुमार को जानकारी दी। डाक्टर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक से नीचे उतरने को कहा। इस पर युवक ने राम नाम लिखा कुर्ता व अंगौछा की मांग की तथा कपड़े न मिलने तक टंकी से उतरने से मनाकर दिया। इस बीच वह अंग्रेजी में भी कुछ बड़बड़ाता रहा।

करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद सिपाही रोहित शर्मा तथा नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष त्रिपाठी तथा रसूलाबाद से आए दमकल कर्मियों ने प्रयास के बाद उसे सुरक्षित नीचे उतारा। बाद में विछिप्त युवक से पुलिस ने जानकारी की तो उसने अपना नाम लालू कुशवाहा पुत्र सरजू कुशवाहा निवासी पुतलखी थाना बहरी जनपद सीहदी मध्यप्रदेश बताया। उसने अपने भाई रामकिशोर का मोबाइल नंबर भी दिया।

पुलिस ने जब रामकिशोर से संपर्क किया तो उसने बताया कि भाई लालू दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करता है। वहीं पर मानसिक हालत बिगड़ गई थी। हम उसे रीवा एक्सप्रेस से घर ले जा रहे थे। हम लोगों की आंख लग गई और ट्रेन झींझक स्टेशन पर रुकी तो लालू उतर गया। कानपुर सेंट्रल पर आंख खुली तो लालू गायब था। चौकी प्रभारी झींझक धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि युवक द्वारा दिए गए फोन नंबर से परिजनों से फोन से बात हुई है। परिजनों ने युवक के विछिप्त होने की जानकारी दी है।


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