लीकेज सिलिंडर से लगी आग में फंसे बेटे को बचाने के लिए कूद गई मां, दोनों झुलसे
कानपुर के सीसामऊ के चंद्रनगर में भदौरिया चौराहे के पास आग लगने पर स्थानीय लोगों ने पानी डालकर काबू पाया।
कानपुर, जेएनएन। एक मां के लिए जान से ज्यादा उसका बेटा प्यारा होता है। इसीलिए कहा जाता है कि पूत तो कपूत हो सकता है लेकिन माता कभी कुमाता नहीं हो सकती है। एक बार फिर ऐसा ही वाक्या शनिवार की दोपहर सीसामऊ चंद्रनगर में सामने आया। मकान के अंदर लीकेज सिलिंडर से लगी आग में फंसे बेटे को बचाने के लिए एक मां अपनी जान की परहवा किए बगैर कूद गई। आग में मां-बेटे दोनों ही फंस गए और स्थानीय लोगों ने किसी तरह दोनों को निकालकर उनकी जान बचाई। मां-बेटे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीसामऊ के चंद्र नगर में भदौरिया चौराहे के पास गली में निजी फर्मकर्मी कल्लू वर्मा अपनी पत्नी ममता और 17 वर्षीय बेटे अंकित और बेटी निशा के साथ रहते हैं। पड़ोसी इला ने बताया कि शनिवार की दोपहर ममता और बेटी निशा घर के बाहर छप्परनुमा किचन में खाना बना रही थीं। अंदर कमरे में अंकित पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान लीकेज सिलिंडर से आग लग गई। लपटें देख ममता व निशा शोर मचाते हुए बाहर भागीं लेकिन आग की लपटों के बीच अंकित कमरे में ही फंस गया।
बेटे को फंसा देखकर ममता वापस अंदर कमरे में घुस गई। इसके बाद दोनों ही लपटों में फंसकर झुलस गए। मोहल्ले वालों ने किसी तरह मां-बेटे को बाहर निकाला और बाल्टियों और सबमर्सिबल पंप चलाकर पानी डालना शुरू कर दिया। फिर डंडे के सहारे सिलिंडर को बाहर लुढ़काया और पानी डालकर आग पर काबू पाया। इस बीच दमकल गाड़ी पहुंची लेकिन गली संकरी होने के कारण अंदर नहीं जा सकी। तब बाहर से हौज पाइप लगाकर मकान की आग बुझाई गई। थाना प्रभारी महेश वीर ने बताया कि हादसे में मां-बेटे झुलस गए हैं, उन्हें एलएलआर अस्पताल हैलट में भर्ती कराया गया है।