बारिश से कानपुर में 100 साल पुराना मकान ढहने से मां दबी, बेटी का शव निकाला
हटिया के बक्सा बाजार में रात में हादसा होने के बाद रेस्क्यू टीम ने चार घंटे बाद मलबा हटाकर बेटी का शव निकाला।
कानपुर, जेएनएन। भारी बारिश के चलते गुरुवार रात हटिया के बक्सा बाजार में चार मंजिला मकान भरभराकर ढह गया। मकान में रहने वाले अन्य सदस्य तो सकुशल बाहर निकल आए, लेकिन सबसे ऊपरी मंजिल पर रहने वाली मां-बेटी मलबे में दब गईं। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। देर रात एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई और बेटी का शव मिल गया है।
बक्सा बाजार में स्वर्गीय रामचंद्र गुप्ता ने करीब 100 साल पहले चार मंजिला मकान बनवाया था। ग्राउंड फ्लोर खाली पड़ा है, जिसमें रामचंद्र गुप्ता के सबसे बड़े बेटे उमाशंकर गुप्ता का कब्जा है। उमाशंकर पड़ोस में ही एक दूसरे मकान में परिवार के साथ रहते हैं। पहली मंजिल पर दूसरे बेटे गणेश शंकर गुप्ता रहते हैं। इनकी पत्नी का देहांत का हो चुका है और इकलौती बेटी की शादी हो चुकी है।
दूसरी मंजिल पर प्रेमशंकर गुप्ता पत्नी, पांच बेटों, दो बेटियों व बहुओं के साथ रहते थे। सबसे ऊपरी मंजिल पर सबसे छोटे भाई रमाशंकर का परिवार रहता था। रमाशंकर की एक साल पहले मृत्यु हो चुकी है। परिवार में पत्नी मीना गुप्ता, बेटे राहुल गुप्ता, रंकू गुप्ता व बेटी प्रीति गुप्ता हैं।
राहुल ने बताया कि मकान पुराना था। रात भर बारिश के बाद सबसे ऊपरी मंजिल से सुबह आठ बजे तीन चार ईंटें गिरीं थी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। रात को वह दूध लेने गया गया थे। रात साढ़े आठ बजे फिर से ईंटें गिरी तो चाचा गणेश शंकर ने चिल्लाकर सभी लोगों को बाहर निकलने को कहा। पूरा घर खाली हो गया। बताया जा रहा है कि मीना और प्रीति भी नीचे उतर आईं, लेकिन इसी बीच मां-बेटी पता नहीं किस कारण से दोबारा मकान के अंदर चली गईं।
अगले पांच मिनट बाद पूरा मकान भरभराकर ढह गया। सूचना पर पुलिस, प्रशासन के साथ रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।