मोनू को पहले प्राइवेट वार्ड में किया शिफ्ट, बाद में दी छुंट्टी
बिठूर थाने में थर्ड डिग्री से झुलसे मोनू को नाटकीय ढंग से पहले प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया फिर रविवार दोपहर बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : बिठूर थाने में थर्ड डिग्री से झुलसे मोनू को नाटकीय ढंग से पहले प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया फिर रविवार दोपहर बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने पीड़ित पक्ष के बयान दर्ज किए। इस पूरे घटनाक्रम में हटाए गए पूर्व थाना प्रभारी सुधीर पंवार भी मौजूद रहे।
शुक्लागंज निवासी मोनू व उसके मित्र सोनू को एक अप्रैल की रात बिठूर पुलिस ने रिश्तेदार निर्मल की हत्या में शामिल होने के शक पर उठाया गया था। शनिवार को मोनू को जनरल वार्ड में शिफ्ट करने को लेकर परिजनों ने चौकी का घेराव कर हंगामा किया था। इस पर शनिवार देर रात उसे प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया। वहीं 24 घंटे के भीतर ही छुंट्टी भी दे दी गई। प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट होने से लेकर छुंट्टी मिलने तक निलंबित थाना प्रभारी सुधीर पंवार ने परिजनों को पहले अस्पताल में मैनेज किया फिर एसपी के पहुंचने पर चौकी में मैनेज करते रहे। मोनू प्रकरण में उलझ गया निर्मल हत्या का खुलासा
बिठूर निवासी निर्मल की हत्या के मामले में पुलिस ने शक के आधार पर मोनू व उसके मित्र सोनू को उठाकर जांच शुरू की। पूछताछ में मोनू के झुलसने के बाद पुलिस मामला मैनेज करने में लग गई। जिससे निर्मल की हत्या का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। पुलिस ने आननफानन में आरोपित नीरज को तो उठा लिया, लेकिन किया कुछ नहीं। वहीं सोनू को भी छोड़ दिया।
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मोनू व सोनू से कब होगी पूछताछ?
पुलिस के मुताबिक निर्मल की हत्या के वक्त मोनू व सोनू की लोकेशन घटनास्थल के पास थी। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित नीरज को क्लीन चिट देते हुए दोनों से सख्ती से पूछताछ की थी। आरोपित नीरज के परिजनों का कहना है कि मोनू के साथ हुई घटना के बाद पुलिस ने जांच नीरज की तरफ मोड़ दी है। यदि पुलिस सही थी तो मोनू के ठीक होने पर उससे दोबारा पूछताछ करेगी या खुद की गर्दन बचाने के लिए उसका गुनाह मेरे बेटे पर मढ़ देगी। इसको लेकर थाना पुलिस चुप्पी साधे है।