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कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक पर छेड़छाड़ के प्रयास का मुकदमा, लगाए गंभीर आरोप Kanpur News

पूर्व गेस्ट लेक्चरर ने एडीजी दफ्तर पहुंचकर कार्रवाई करने की मांग की जिसपर नवाबगंज पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 12 Aug 2019 10:50 AM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 10:50 AM (IST)
कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक पर छेड़छाड़ के प्रयास का मुकदमा, लगाए गंभीर आरोप Kanpur News
कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक पर छेड़छाड़ के प्रयास का मुकदमा, लगाए गंभीर आरोप Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय (सीएसए) के पूर्व प्रशासनिक एवं मॉनीटरिंग निदेशक डॉ. मुनीश कुमार के खिलाफ नवाबगंज थाने में पूर्व गेस्ट लेक्चरर ने छेड़छाड़ के प्रयास, धमकी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पीडि़ता ने एडीजी दफ्तर पहुंचकर कार्रवाई की मांग की, जिसपर निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया गया है।

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पीडि़ता ने लगाए ये गंभीर आरोप

सीएसए में वर्ष 2014 से 2018 तक गेस्ट लेक्चरर के तौर पर पढ़ा चुकी महिला ने वर्ष 2017 से लेकर अब तक कई बार विवि प्रशासन और शासन को शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि डॉ. मुनीश कुमार जब एग्र्रो बिजनेस मैनेजमेंट विभागाध्यक्ष थे तो वह उनके वेतन से आधा पैसा जबरन ले लेते थे। बाद में जब पैसा देने से मना कर दिया तो उनके विषय पढ़ाने के लिए किसी और शिक्षक को दे दिए। डॉ. मुनीश ने संस्थान से निकालने की धमकी दी, शारीरिक शोषण करने की भी कोशिश की। पीडि़ता का कहना है कि इसके चलते वह मानसिक दबाव में आ गई और आत्महत्या करने का भी मन किया।

संस्थान ने निदेशक पद से हटाया

सीओ स्वरूपनगर ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर महिला की शिकायत की जांच की जा रही थी। महिला मुकदमा दर्ज करने की जिद कर रही थीं। लिहाजा नवाबगंज पुलिस ने आरोपित प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बता दें कि शनिवार को संस्थान ने डॉ. मुनीश को प्रशासनिक एवं मॉनीटङ्क्षरग निदेशक के पद से हटा दिया है।

पूर्व निदेशक ने रखा अपना पक्ष

छह जनवरी 2018 के बाद से मैं विभाग में नहीं हूं। वर्ष 2016 के बाद से किसी के भी वेतन का भुगतान नकद नहीं किया जाता। वेतन आरटीजीएस के जरिए खाते में जमा होता था। महिला आधा वेतन वापस लेने व अन्य जो आरोप लगा रही है, सरासर गलत है। वर्ष 2017 के बाद से गेस्ट लेक्चरर का चयन भी वॉक इन इंटरव्यू के जरिए किया जा रहा है। चयन समिति में भी मैं शामिल नहीं रहा। उनका जबरन हटाने का आरोप भी झूठा है। संस्थान के ही कुछ लोग महिला के जरिए मुझे बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। -डॉ. मुनीश कुमार, पूर्व प्रशासनिक एवं मॉनीटङ्क्षरग निदेशक

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