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गायब हुए सैनिकों को खोजना होगा आसान, वर्दी बता देगी कहां पर है जवान Kanpur News

उप्र वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान में जल्द शुरू होगा सेंसरयुक्त कपड़ों पर अनुसंधान घायल व यूनिट से दूर हुए जवान की लोकेशन ट्रेस कर दी जा सकेगी मदद।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 11:05 AM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 03:56 PM (IST)
गायब हुए सैनिकों को खोजना होगा आसान, वर्दी बता देगी कहां पर है जवान Kanpur News
गायब हुए सैनिकों को खोजना होगा आसान, वर्दी बता देगी कहां पर है जवान Kanpur News

कानपुर, [विक्सन सिक्रोडिय़ा]। असोम की पहाडिय़ों में सेना का हेलीकॉप्टर गायब होने की घटना तो आपको याद ही होगी जिसमें वायुसैनिकों के शव ढूंढऩे में काफी वक्त लगा था लेेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उत्तर प्रदेश वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआइ) भारतीय सेना के लिए ऐसा स्मार्ट क्लॉथ तैयार करने जा रहा है जिसमें लगे सेंसर व चिप से सैनिकों की लोकेशन आसानी से ट्रेस हो जाएगी और घायल या मुसीबत में फंसे जवानों की मदद दी जा सकेगी। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। संस्थान के वरिष्ठ प्रोफेसर जल्द ही सैन्य अधिकरियों के साथ बैठक करेंगे।

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इनोवेशन सेंटर में सेंसरयुक्त कपड़ों पर अनुसंधान के लिए यूपीटीटीआइ को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीटीआइ) से 60 लाख रुपये अनुदान मिला है। इसके लिए वरिष्ठ प्रोफेसरों के निर्देशन में पीएचडी व एमटेक छात्रों की टीम बनाई जा रही है।

इनबिल्ट रहेंगे फ्लेक्सिबल सेंसर, सिक्योरिटी फीचर से होंगे लैस

प्रोजेक्ट प्रमुख व यूपीटीटीआइ के निदेशक प्रोफेसर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सेंसर व चिप युक्त वर्दी पहने सैनिकों की लोकेशन यूनिट के अधिकारी कभी भी पता कर सकेंगे। इसके लिए फ्लेक्सिबल सेंसर का इस्तेमाल किया जाएगा, जो जैकेट व ट्राउजर में इनबिल्ट रहेंगे। इसमें ऐसे सेंसर इस्तेमाल किए जाएंगे जो धुलाई में डिटर्जेंट से खराब न हों।

इनोवेशन सेंटर में ऐसे सेंसर का इस्तेमाल किया जाएगा, जो भारतीय जलवायु के अनुरूप काम कर सकें। ये सेंसर सेना के विशेष सिक्योरिटी फीचर से लैस होंगे जिसके कोड को सिर्फ सेना ही डिकोड कर पाएगी। कपड़ों पर इस तरह से सेंसर व उपकरण लगाए जाएंगे जिससे इन स्मार्ट कपड़ों को पहनने में दिक्कत न हो। सेंसर बैट्री व वायरलेस से जुड़े रहेंगे जो इन कपड़ों को पहने जवान की लोकेशन बताएंगे। इसके लिए फ्लेक्सिबल बैटरी की जाएगी।

पसीने की बदबू से बचाएंगे नैनो क्लॉथ

उन्होंने बताया कि वर्तमान में नैनो क्लॉथ पर शोध शुरू हो चुका है। प्रयोगशाला में ऐसे कपड़े विकसित करने पर काम चल रहा है जो पसीने की दुर्गंध का अहसास नहीं होने देंगे। इसमें तुलसी, नीम व एलोवेरा इस्तेमाल के साथ शोध किया जा रहा हैं। शोध के दूसरे भाग में नैनो सिल्वर प्रॉपर्टी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके तहत सिल्वर क्लोराइड व सिल्वर जिंक के जरिए रासायनिक क्रियाएं कराकर कपड़े को ज्यादा प्रभावी बनाया जाएगा ताकि नैनो सिल्वर प्रॉपर्टी से तैयार कपड़ा लंबे समय तक अपने गुण को संजोए रखे। 


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