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Mining in Kanpur: भीतरगांव में हो रहा अवैध खनन, महाराजपुर में भी शिकायत मिलने पर मुकदमा

तहसील प्रशासन से मिला मौका अवैध खनन कराने वाली कंपनी ने उठाया लाभ। तिलियावर गांव में रात के अंधेरे में पोकलैंड मशीनों से होता है बेतहाशा खनन।ग्रामीणों की मानें तो प्रतिदिन शाम ढलते ही अवैध खनन शुरू हो जाता और डंपरों से मिट्टी की आपूर्ति की जाती है।

By ShaswatgEdited By: Published: Sun, 13 Dec 2020 10:39 AM (IST)Updated: Sun, 13 Dec 2020 10:39 AM (IST)
Mining in Kanpur: भीतरगांव में हो रहा अवैध खनन, महाराजपुर में भी शिकायत मिलने पर मुकदमा
मौके पर खड़ी पोकलैंड मशीन व ताजी खोदाई ग्रामीणों की बात की पुष्टि करती है।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर के सीमावर्ती क्षेत्र घाटमपुर में प्रभावशाली राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अवैध खनन माफिया के सामने तंत्र लाचार है। प्रशासन की लचर कार्रवाई व तीन दिन तक नजरें फेरे रहने के चलते शुक्रवार रात गांव सचौली स्थित खनन स्थल में खड़ी पोकलैंड मशीन गायब हो गई। उधर नर्वल तहसील के भीतरगांव विकास खंड अंतर्गत गांव तिलियावर में भी कई बीघा क्षेत्रफल में भारी मात्रा में अवैध खनन किए जाने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों की मानें, तो प्रतिदिन शाम ढलते ही अवैध खनन शुरू हो जाता और डंपरों से मिट्टी की आपूर्ति की जाती है। मौके पर खड़ी पोकलैंड मशीन व ताजी खोदाई ग्रामीणों की बात की पुष्टि करती है।

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पारिख कांस्ट्रकेशन कंपनी को क्लीन चिट 

दैनिक जागरण द्वारा इस मुद्दे को उठाते ही पारिख कंस्ट्रक्शन कंपनी ने खनन बंद कर दिया और जेसीबी मशीनें और कर्मचारी हटा दिए गए। शुक्रवार रात तक मौके पर खड़ी रही पोकलैंड मशीन भी शनिवार को नजर नहीं आई। यहां लेखपाल की रिपोर्ट पर तहसील प्रशासन ने पूर्व में खनन करने वाली जीएमआर कंपनी द्वारा 33 हजार घन मीटर अवैध खनन की रिपोर्ट डीएम को भेजी है, लेकिन प्राथमिक विद्यालय के पीछे मानक को ताक पर रख जेसीबी व पोकलैंड मशीन से हुई छह से सात मीटर ताजी खोदाई को नजरअंदाज कर पारिख कांस्ट्रकेशन कंपनी को क्लीन चिट दी है। 

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नाजायज असलहों के साये में यहां होता खनन 

उधर सचौली व पांडु नदी पुल के मध्य से तिलियावर व घाटमपुर को जाने वाले मार्ग किनारे स्थित श्री बांके बिहारी प्राइवेट आईटीआई भवन के मुख्य द्वार के दाएं व बाएं छोर पर दो-दो बीघा क्षेत्रफल में महीनों से अवैध खनन जारी है। समीप ही मवेशी चरा रहे श्रीराम ने बताया कि सांझ ढलते ही जायज नाजायज असलहों के साये में यहां प्रतिदिन जेसीबी व पोकलैंड मशीनों से खनन होता है। खनन माफिया ने यहां भी 10 से 15 फीट गहराई तक मिट्टी खोद दी है। ताजी खोदाई के बीच खडी पोकलैंड मशीन की ओर इशारा करते हुए एक अन्य ग्रामीण कहते हैं कि पूरी रात खोदाई व डंपरों के मिट्टी लाद कर जाने की आवाज गांव में आती है। यह खनन स्थल सचौली से बमुश्किल 500 मीटर दूरी पर है।

इनका ये है कहना

तिलियावर में खनन की अनुमति नहीं है। वहां के लेखपाल को मौके पर जाकर जांच कर अवगत कराने को निर्देशित किया गया है। दैनिक जागरण ने जिन गांवों में अवैध खनन का मामला प्रकाशित किया है। उनकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई होगी। - अमित गुप्ता, तहसीलदार नर्वल 

ग्राम समाज की जमीन पर अवैध खनन पर मुकदमा

 जहाँ एक ओर घाटमपुर और भीतरगांव के क्षेत्रों में धड़ल्ले से खनन जारी है, वहीं महाराजपुर में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध खनन होने पर लेखपाल ने अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्जकर मामले की जांच शुरू की है। 

सरसौल के लेखपाल कमलेश कुमार के मुताबिक क्षेत्र में ग्राम समाज की खाली पड़ी जमीनों पर पिछले कुछ माह से अवैध खनन होने की शिकायतें आ रही थीं। मौके पर पहुंचकर देखा तो जमीन पर अवैध रूप से करीब 190 घनमीटर मिट्टी का खनन किया गया है। इसकी अनुमति प्रशासन से नहीं ली गई थी। इसके बाद उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी राघवेन्द्र सिंह ने बताया कि लेखपाल की तहरीर पर सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।


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