अनवरगंज से मंधना तक रेलवे ट्रैक हटाने के लिए व्यापारी लामबंद, फिर रेल मंत्री तक जाएगी मांग Kanpur News
कानपुर और अकबरपुर के सांसदों को ज्ञापन सौंपकर समस्या समाधान की मांग उठाई।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर शहर को दो भागों में बांटने और जाम की समस्या का कारण बना अनवरगंज से मंधना तक रेलवे ट्रैक को हटाने की मांग फिर तेज होने लगी है। इसके लिए व्यापारी लामबंद हो गए हैं और रविवार को अकबरपुर सांसद और कानपुर सांसद से मुलाकात करके फिर रेल मंत्री तक मांग पहुंचाने की अपील की है। गुमटी नंबर पांच, अस्सी फीट रोड, जरीब चौकी के व्यापारियों ने रेलवे ट्रैक हट जाने से होने वाले फायदे भी बताए हैं।
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के तत्वावधान में प्रदेश महामंत्री ज्ञानेश मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजे गुप्ता, 80 फीट रोड अध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव, जरीब चौकी अध्यक्ष संजय मिश्र, अतुल द्विवेदी, संदीप पांडेय, श्याम शुक्ल, कमल उत्तम के नेतृत्व में व्यापारियों ने जाम का मुख्य कारण बन रहे मंधना से अनवरगंज तक रेलवे ट्रैक हटाने की मांग की। उन्होंने इसे मंधना से पनकी की ओर स्थानांतरित करने को कहा है। सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि वह रेलवे लाइन हटाने के पक्षधर है।
ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन की वजह से क्रॉसिंगों के बंद होने पर जाम लगता है। इससे पूरा शहर और बाज़ार प्रभावित होते हैं। जीटी रोड से सटे सभी मोहल्लों की जनता परेशान हो रही है। समस्या समाधान के लिए रेलवे लाइन को स्थानांतरित करने की मांग कर जन आंदोलन चलाया जाएगा। अगले चरण में रेलवे से जुड़े अधिकारियों व विधायको तक इस मांग को पहुंचाया जाएगा।
गुमटी नंबर पांच व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजे गुप्ता ने कहा कि इस रेलवे लाइन पर पडऩे वाली क्रासिंग के कई बार बंद होने के कारण सड़क पर जाम लगा रहता है, जिससे बाजार का व्यापार प्रभावित होता है। अनवरगंज से मंधना रेलवे लाइन को हटाकर मंधना से पनकी की ओर स्थानांतरित की जाए। उनकी बात का समर्थन 80 फीट रोड व्यापार मंडल के अध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव ने भी किया और आंदोलन छेडऩे की बात कही।
वहीं जरीब चौकी व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय मिश्र ने कहा कि जरीब चौकी में ओवर ब्रिज का सर्वे फेल हो चुका है और सांसदों ने भी इसे माना है। इसलिए ट्रैक के स्थानांतरण के अलावा कोई अन्य विकल्प नही है। रेल मंत्री को संबोधित एक लाख पत्रकों का महा हस्ताक्षर अभियान चलाकर आंदोलन में व्यापारियों के साथ सभी संगठनों को जोड़ा जाएगा।
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