Move to Jagran APP

जेईई मेन्स में गणित के सवालों ने छुड़ाए पसीने

केमिस्ट्री का पेपर बेहद आसान रहा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 02:09 AM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 02:09 AM (IST)
जेईई मेन्स में गणित के सवालों ने छुड़ाए पसीने
जेईई मेन्स में गणित के सवालों ने छुड़ाए पसीने

जासं , कानपुर : जेईई मेन्स 2021 में गुरुवार को गणित के सवालों ने छात्रों के पसीने छुड़ा दिए। उनका हल निकालने में मशक्कत करनी पड़ी। केमिस्ट्री के पेपर बेहद आसान रहा, लेकिन फिजिक्स में रोटेशनल मैकेनिक्स और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के न्यूमेरिकल उलझाने वाले आए। छात्र-छात्राओं ने पेपर को लंबा बताया।

loksabha election banner

आइआइटी, एनआइटी, ट्रिपल आइटी समेत अन्य तकनीकी संस्थानों में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिग एजेंसी की ओर से जेईई मेन्स का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार को इसका दूसरा पेपर हुआ। यह अप्रैल में कोरोना संक्रमण की वजह से रद्द की गई परीक्षा है। कानपुर समेत आसपास के जनपदों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। शहर में कल्याणपुर, दादा नगर, नर्वल, चकरपुर मंडी के पास केंद्र बनाए गए। लाल बंगाल की मयूरी मिश्रा ने बताया कि केमिस्ट्री के प्रश्न और सवाल एनसीआरटी से आए थे। मैथ्स का पेपर लंबा था। एलजेब्रा और कोआर्डिनेट से पांच छह सवाल काफी समय लगाने वाले आए। किदवई नगर के शुभम सक्सेना के मुताबिक गणित में कैलकुलस का काफी हिस्सा आया। केमिस्ट्री का पेपर बेहद आसान था।

...........

वैकल्पिक को बना दिया अंग्रेजी का तृतीय प्रश्न पत्र

जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विवि (सीएसजेएमयू) में बीए तृतीय वर्ष अंग्रेजी साहित्य की परीक्षा में प्रश्न पत्र की गलत सेटिग छात्रों के गले की फांस बन गई। द्वितीय प्रश्न पत्र के अंतर्गत आने वाले 'टू-बी वैकल्पिक प्रश्न पत्र' को तृतीय प्रश्न पत्र का मुख्य पेपर बनाए जाने के कारण छात्र एक भी प्रश्न हल नहीं कर सके। परीक्षा केंद्रों पर उन्होंने केंद्राध्यक्षों से शिकायत की। विभिन्न केंद्रों पर 25 हजार छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए।

अंग्रेजी तृतीय वर्ष की परीक्षा में इस बार तीनों प्रश्न पत्रों को मिलाकर एक पेपर बनाया गया। इस प्रश्न पत्र में सौ प्रश्न पूछे गए। इसे तीन भागों में बांट दिया गया। इसके तहत प्रथम प्रश्न पत्र से 33, द्वितीय से 33 व तृतीय प्रश्न पत्र से 34 प्रश्न पूछे गए। इसमें 75 प्रश्न हल करने थे, जिसका पूर्णाक 150 अंक था। प्रथम प्रश्न पत्र ठीक रहा, जबकि द्वितीय प्रश्न पत्र में प्रश्न दूसरे व तीसरे प्रश्न पत्र को मिलाकर पूछे गए। पिछले साल तक दूसरे प्रश्न पत्र में छात्रों के पास टू-ए व टू-बी दो प्रश्न पत्रों के विकल्प होते थे, लेकिन एक ही प्रश्न पत्र बनने के कारण यह विकल्प इस बार छात्रों को नहीं मिले। प्रश्न पत्र बनाते समय पेपर इस प्रकार तैयार से किया गया कि द्वितीय प्रश्न पत्र में वैकल्पिक प्रश्न पत्र टू-ए व तृतीय प्रश्न पत्र को मिलाकर प्रश्न आएं। इसके अलावा तृतीय प्रश्न पत्र की परीक्षा के लिए जो पेपर बनाया गया उसमें द्वितीय प्रश्न पत्र के वैकल्पिक टू-बी से सभी प्रश्न पूछे गए, जबकि तृतीय प्रश्न पत्र वैकल्पिक नहीं होता। विवि में अंग्रेजी विषय के संयोजक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि कई कालेजों ने इसकी शिकायत की है। विवि प्रशासन को जानकारी देकर दोबारा परीक्षा कराने का निवेदन किया गया है।

------------------

परीक्षा केंद्रों को नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया था कि किस प्रकार छात्रों को प्रश्न पत्र हल करने से संबंधित निर्देश देने हैं। पेपर सामान्य रूप से बनाया गया है। फिर भी कोई शिकायत आती है तो उचित कार्यवाही की जाएगी।

अंजनी मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक, सीएसजेएमयू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.