कॉल सेंटर में घुसे नकाबपोश बदमाश, संचालक व कर्मियों का अपहरण कर 15 लाख रुपये लेकर छोड़ा
पुलिस ने चार अपहर्ताओं को किया गिरफ्तार फिरौती के 11 लाख रुपये और बोलेरो कार बरामद।
कानपुर, जेएनएन। गोविंदनगर की रतनलाल नगर कॉलोनी में बोलेरो से आए नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने कॉल सेंटर में घुसकर लूटपाट की। संचालक और कर्मचारियों का अपहरण कर लिया। इसके बाद 15 लाख रुपये फिरौती वसूलने के बाद अपहृतों को महाराजपुर में छोड़ा। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। दो दिन बाद कार नंबर व सर्विलांस की मदद से सोमवार को चार शातिरों को दबोच लिया गया।
पनकी के बाद महाराजपुर के जंगलों में ले गए थे सभी को
किदवई नगर की एनएलसी कॉलोनी निवासी अनुराग शुक्ला का रतनलाल नगर में टेली कम्युनिकेशन कार्यालय है। अनुराग के मुताबिक शुक्रवार रात वह दफ्तर में अपने कर्मचारियों बर्रा निवासी लव कुमार, शुक्लागंज के हर्ष और कन्नौज निवासी शेखर के साथ मौजूद थे। रात करीब 10.30 बजे एक बोलेरो से पांच नकाबपोश बदमाश असलहों के साथ घुस आए और मारपीट की। दफ्तर में रखे 15 से 20 हजार रुपये नकद और लैपटॉप लूट लिए।
इसके बाद बदमाश उन्हें व सभी कर्मचारियों को कार में बैठाकर पनकी, फिर महाराजपुर क्षेत्र में ड्योढ़ी घाट के जंगलों मेंं ले जाकर डंडे और बेल्ट से पीटने लगे। 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस को सूचना देने पर जान से मार देने की धमकी दी। अनुराग ने घर पर फोन करके 15 लाख रुपये मंगाए। शनिवार तड़के साढ़े तीन बजे परिवार के सदस्य रकम लेकर महराजपुर पहुंचे। बदमाशों ने रकम के साथ उनकी कार की चाबी छीन ली।
सर्विलांस व कार नंबर के आधार पर पुलिस को मिली सफलता
अपहर्ताओं ने अनुराग व कर्मचारियों को इलाहाबाद रोड पर ले जाकर छोड़ दिया और फरार हो गए। जैसे-तैसे अनुराग व कर्मचारी वापस लौटे और पुलिस को सूचना दी। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता को मुकदमा दर्ज कर बदमाशों को पकडऩे के लिए टीमें गठित करने का निर्देश दिया। पुलिस सर्विलांस व कार नंबर के आधार पर बदमाशों की खोज में लग गई। सोमवार को चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि आरोपितों के पास से 11 लाख रुपये नकद और लूटा लैपटॉप, मोबाइल फोन और बोलेरो कार बरामद की गई है। अन्य बदमाशों की तलाश मेंं दबिश दी जा रही है।
नौकर ही था मास्टरमाइंड, बदमाशों ने उसे भी बनाया बंधक
अपहरण की इस सनसनीखेज वारदात में कंपनी का ही एक नौकर शामिल था। उसने ही बदमाशों के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रची। अपहर्ताओं ने जहां सभी को छोड़ दिया, नौकर को साथ ले गए। पुलिस को अभी नौकर नहीं मिला है।