Makar Sankranti 2021: सर्दी पर भारी आस्था की डुबकी, चित्रकूट के घाटों पर भी लगा मेला
मकर संक्रांति के महापर्व पर बिठूर सहित शहर के प्रमुख गंगा तटों पर भोर पहर से ही भक्तों का जुटना शुरू हो गया था। कोहरे और ठंड के बीच लोगों ने गंगा में स्नान किया और सूर्य देवता काे जल अर्पित करके पूजन और अक्षत का दान किया।
कानपुर, जेएनएन। मकर संक्राति पर्व पर शहर के प्रमुख गंगा तटों पर श्रद्धालुओं ने भोर काल में स्नान पूजन किया। बिठूर के ब्रह्मार्वत घाट, गंगा बैराज, सरसैया घाट, मैस्कर घाट पर सुबह से ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। गंगा में स्नान और पूजन के बाद अक्षत व वस्त्र दान करके सुख समृद्धि की कामना की। कोरोना संक्रमण काल के चलते श्रद्धालुओं ने घरों में भी स्नान करके पूजन अर्चन किया और छत पर सूर्य देवता को अर्घ्य देकर खिचड़ी, तिल और गुड़ का दान किया।
गुरुवार भोर से ही गंगा बैराज, बिठूर सहित शहर के अन्य घाटों पर स्नान को श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। भक्तों ने स्नान कर तट पर ही दान की परंपरा का पालन किया। बाबा आनंदेश्वर मंदिर, जाजमऊ मंदिर, ब्रह्म खूंटी मंदिर के पास भक्तों ने पूजन कर खिचड़ी व वस्त्रों का दान जरूरतमंदों पर किया। शहर के विभिन्न स्थानों पर समाजसेवियों व संस्थाओं द्वारा खिचड़ी वितरण किया गया।
चित्रकूट में भरतकूप व मंदाकिनी में मेला
चित्रकूट में प्रभु श्रीराम की तपोभूमि में मकर संक्रांति पर पारा पांच डिग्री से नीचे है लेकिन श्रद्धालुओं में उत्साह देखते बना। पौराणिक भरतकूप व पतित पावनी मां मंदाकिनी में स्नान व दान पुण्य के लिए लोगों का तांता लगा है। चारों ओर भजन कीर्तन व मंत्र सुनाई दे रहे हैं। तपोभूमि में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला बुधवार की शाम से शुरू हो गया था। पैसेंजर ट्रेन बंद होने से अधिकांश लोग निजी वाहनों से चित्रकूट पहुंचे। लोगों को सर्दी से बचने के लिए प्रशासन ने अलाव व रैन बसेरा के इंतजाम किए हैं। साथ ही व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट तैनात हैं। भोर से रामघाट में मंदाकिनी पर डुबकी लगाने की होड़ मची है। यही हाल भरतकूप में है। कूप से पानी कोई खींचता है और स्नान कोई और कर ले रहा है। श्रद्धालुओं स्नान के बाद कामदगिरि की परिक्रमा लगा रहे हैं।