महोबा कांड : पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार, बर्खास्त एसओ-सिपाही के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी
महोबा के कबरई में क्रशर कारोबारी की मौत प्रकरण को लेकर आरोपितों पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के आदेश के बाद सख्त शासन अबतक 43 पुलिसकर्मियों का कर तबादला कर चुका है।
महोबा, जेएनएन। कबरई के क्रशर कारोबारी की मौत के प्रकरण में फरार आरोपित निलंबित पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार, दो दिन पहले ही बर्खास्त किए गए तत्कालीन एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला और सिपाही अरुण यादव पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है।
एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने गुरुवार को लखनऊ में विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट संख्या नौ ने यह वारंट जारी किया गया है। कारोबारी प्रकरण में दर्ज मुकदमे में भ्रष्टाचार की धारा भी लगाई गई थी। शासन भ्रष्टाचार के मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त रुख बनाए है। कुछ दिन पहले चार दिन के अंतराल में 43 पुलिसकर्मियों के तबादले मंडल के बाहर कर दिए गए। दो दिन पहले तत्कालीन एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला और सिपाही अरुण यादव को बर्खास्त कर दिया गया है।
यह है मामला
कबरई में आठ सितंबर को क्रशर व्यापारी इंद्रकांत गाड़ी में घायल मिले थे। कानपुर के अस्पताल में उनकी 13 सितंबर की शाम मौत हो गई थी। गोली मारे जाने से एक दिन पहले ही उन्होंने वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उनसे जान का खतरा बताया था। इंद्रकांत की मौत के बाद दर्ज मुकदमे में पूर्व एसपी, तत्कालीन एसओ कबरई के साथ दो व्यापारी आरोपित बनाए गए थे। अब तक केवल आरोपित व्यापारी सुरेश सोनी और ब्रह्मदत्त ही गिरफ्तार किए जा सके हैं। जांच में सिपाही अरुण यादव का नाम भी सामने आया था और उसकी अवैध खनन परिवहन में संलिप्तता पाई गई थी। उसे भी निलंबित करने के साथ ही 10 गाडिय़ां भी सीज की गई थी।