माफिया चंदू जाणी ने शहर में भी सप्लाई की थी अवैध शराब
जेएनएन कानपुर राजस्थान का शराब माफिया चंद्रप्रकाश उर्फ चंदू जाणी बिहार और गुजरात के साथ कानपुर में करता था अवैध शराब की सप्लाई।
जेएनएन, कानपुर : राजस्थान का शराब माफिया चंद्रप्रकाश उर्फ चंदू जाणी बिहार और गुजरात ही नहीं, शहर में भी शराब की तस्करी कराता था। दो दिन पहले बाड़मेर जेल में आरोपित से पूछताछ में शहर के एक दर्जन लोगों के नाम सामने आए हैं। पुलिस उनके खिलाफ सुबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही फर्जी दस्तावेज बनाने वाले हरियाणा के एक गिरोह का भी पता चला है। पिछले साल महाराजपुर में शराब माफिया चंदू जाणी के साथियों को कंटेनर से शराब ले जाते वक्त पुलिस ने पकड़ा था। इससे पहले नजीराबाद में भी कंटेनर में शराब ले जाते हुए उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। 14 जनवरी को एटीएस ने शराब माफिया चंदू जाणी को बाड़मेर में पकड़ा तो उसके साथियों ने टीम पर हमला करके उसे छुड़ा लिया। लेकिन, अगले ही दिन आरोपित ने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ बी वारंट तामील कराया। आठ तारीख को राजस्थान पुलिस उसे लेकर कानपुर आई और कोर्ट में पेश किया। इसके बाद वह कानपुर देहात व गुजरात के मुकदमों में पेशी के लिए चला गया। अब पुलिस ने टीम भेजकर उसके बयान दर्ज कराए हैं। थाना प्रभारी ज्ञान सिंह ने बताया कि आरोपित बिहार के साथ ही कानपुर में भी हरियाणा की शराब सप्लाई करता था। उसने कानपुर शहर के अपने साथियों के नाम बताए हैं। जिसमें से पांच आरोपित शराब का ही कारोबार करते हैं। किशोरी से दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार, बिधनू: बिधनू थाना क्षेत्र के एक गांव में एक माह पहले 17 वर्षीय किशोरी को पड़ोस के अरुण सोनकर अगवाकर ले गया था। जहां उसके साथ 15 दिनों तक उसने दुष्कर्म किया। पांच दिन पहले आरोपित किशोरी को वापस गांव में छोड़ गया। किशोरी के पिता की तहरीर पर पुलिस पॉक्सो एक्ट, अपहरण और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही थी। थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया मुखबिर की सूचना पर आरोपित अरुण को शुक्रवार सुबह कठेरुआ गांव के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। रिश्तेदारों ने वृद्धा को धोखा देकर निकाले 30 लाख रुपये, कानपुर : सीसामऊ थानाक्षेत्र के गांधीनगर निवासी वृद्धा कृष्णा देवी के अनपढ़ होने का फायदा उठाकर उनके रिश्तेदारों ने बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से खाते से 30 लाख रुपये पार कर दिए। तहरीर के मुताबिक कृष्णा देवी के पति चंद्रपाल केस्को में कर्मचारी थे। उस दौरान उन्होंने पीएनबी गांधीनगर में ज्वाइंट एकाउंट खुलवाया था। सात वर्ष पूर्व चंद्रपाल का देहांत हो गया। इसके बाद उनकी पेंशन की रकम भी इसी खाते में आती थी। पढ़ी-लिखी न होने के चलते कृष्णा देवी को पेंशन की रकम निकालने के लिए अपनी बहन कमला की बेटी नौबस्ता मछरिया निवासी सरोज उर्फ संजू और दामाद राजेश पर निर्भर रहना पड़ता था। कभी-कभी वह पड़ोसी शिक्षिका हेमलता से भी मदद ले लेती थीं। आरोप है कि सरोज व उसके पति और पड़ोसी हेमलता ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक के साथ मिलकर उनसे कई कागजातों पर अंगूठा लगवाते रहे और दो वर्ष में खाते से करीब 30 लाख रुपये निकाल लिए। कृष्णा देवी का आरोप है कि शाखा प्रबंधक से जब भी पासबुक अपडेट करने के लिए कहते तो वह प्रिटर खराब होने का बहाना बना देते थे। यही नहीं, आरोप है कि इसके बाद आरोपितों ने मकान पर भी कब्जा कर लिया। डीआइजी के आदेश पर सीसामऊ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। सीसामऊ थाना प्रभारी रमाकांत पचौरी ने बताया कि महिला की तहरीर पर पीएनबी के तत्कालीन शाखा प्रबंधक, सरोज, राजेश, हेमलता के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया गया है।