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होटल पहुंचकर हमेशा के लिए सो गए प्रेमी युगल, जानिए दोनों ने किस तरह की आत्महत्या Kanpur News

लड़की के घरवालों के शादी के लिए तैयार न होने पर उठाया कदम एक नर्सिंग कॉलेज में ट्रेनिंग कर रहे थे दोनों।

By AbhishekEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 01:34 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 09:49 AM (IST)
होटल पहुंचकर हमेशा के लिए सो गए प्रेमी युगल, जानिए दोनों ने किस तरह की आत्महत्या Kanpur News
होटल पहुंचकर हमेशा के लिए सो गए प्रेमी युगल, जानिए दोनों ने किस तरह की आत्महत्या Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। रेलबाजार स्थित होटल ड्रीमलैंड के कमरा नंबर 202 में प्रेमी युगल ने नींद की गोलियां खाकर जान दे दी। देर रात तक दोनों के बाहर न आने पर होटल के मैनेजर ने रेलबाजार पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर दरवाजे की कुंडी तोड़ी तो अंदर का नजारा देख होश उड़ गए। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम बुला साक्ष्य जुटाए। युवक के पास से सुसाइड नोट भी मिला है।

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होटल से मिली आइडी से युवक की शिनाख्त मनोहर विहार सतबरी रोड यशोदा नगर निवासी 22 वर्षीय सौरभ सिंह और युवती की पहचान हरिचंद्रखेड़ा नर्वल निवासी मुस्कान के रूप में हुई। थाना प्रभारी रेलबाजार दधिबल तिवारी ने बताया कि दोनों चकेरी के न्यू कुबेर हास्पिटल में नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रहे थे। शनिवार शाम चार बजे दोनों हॉस्पिटल से एक साथ निकले। वहां से होटल में आकर कमरा लिया। नींद की गोलियां खाने के बाद सुसाइड किया। आत्महत्या के पीछे के कारण पर उनका कहना है कि दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन लड़के के घरवाले इसके लिए राजी नहीं थे। इसके चलते दोनों ने यह कदम उठाया।

दर्द भी न हो और जान निकल जाए

प्रेमी युगल नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रहे थे। मेडिकल लाइन से जुड़े होने के चलते दर्द भरी मौत को आसान करने के लिए दोनों ने पहले ओवरडोज नींद की गोलियां खाईं। दोनों ने विगो लगाया और इसके बाद एक ग्लूकोज की बोतल से दो ट्यूब लगाकर ग्लूकोज चढ़ाना शुरू किया। धीमी गति से चल रहे ग्लूकोज के खत्म होने पर शरीर का खून बाहर की ओर खिंच गया। नींद की गोलियों के असर से दर्द भी नहीं हुआ और जान भी चली गई।

युवती के बाएं हाथ की कटी मिली नस

थाना प्रभारी ने बताया कि छानबीन में युवती के बाएं हाथ की नस कटी मिली है। उससे भी रक्तस्राव हुआ है। माना जा रहा है कि नींद की गोलियां खाने के बाद मुस्कान ने बाएं हाथ की नस काटी, जबकि सौरभ के शरीर में कोई कट नहीं मिला है।

22 नवंबर को होनी थी शादी

दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी घर वालों को थी। अलग बिरादरी होने के चलते युवती के परिजन शादी को राजी नहीं हुए। स्वजनों ने पानीपत में उसकी शादी तय कर दी थी। 22 नवंबर को मुस्कान की शादी होनी थी, जिसके निमंत्रण पत्र भी परिवार वालों ने बांटने शुरू कर दिए थे।

घर का इकलौता चिराग था सौरभ

मनोहर विहार सतबरी रोड यशोदा नगर निवासी बराती लाल के तीन बच्चों में  22 वर्षीय सौरभ सिंह इकलौता बेटा था। उससे बड़ी वंदना और सीतू की शादी हो चुकी है।  


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