नशेबाजी से रोकने पर बेटे ने बुजुर्ग मां के साथ की बर्बरता, पिटाई से आहत होकर वृद्धा ने लगाई फांसी
नगीना बांगर गांव के मजरा कट्टा पुरवा निवासी मोहित सोमवार शाम को शराब पीकर घर पहुंचा। नशे की हालत में घर पहुंचने पर मां गौरी बाई ने विरोध किया जिस पर आरोपित पुत्र अभद्रता कर गाली गलौज करने लगा।
कानपुर देहात, जेएनएन। मूसानगर थानाक्षेत्र के नगीना बांगर गांव के मजरा कट्टा पुरवा में नशेबाजी का विरोध करने पर बेटे ने बुजुर्ग महिला की चप्पल से पिटाई कर दी। परिवार व आसपास के लोगों ने युवक को अलग कर मामला शांत कराया। बेटे की पिटाई से आहत मां ने देर रात घर के बाहर खड़े नीम के पेड़ से साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छोटे पुत्र की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया है।
नगीना बांगर गांव के मजरा कट्टा पुरवा निवासी मोहित सोमवार शाम को शराब पीकर घर पहुंचा। नशे की हालत में घर पहुंचने पर मां गौरी बाई ने विरोध किया, जिस पर आरोपित पुत्र अभद्रता कर गाली गलौज करने लगा। इसके बाद नशे की हालत में मां की चप्पल से पिटाई कर दी। आस पड़ोस के साथ ही परिवार के लोगों ने मामला शांत कराया। घटना से क्षुब्ध महिला ने देर रात घर के बाहर नीम के पेड़ से साड़ी के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। छोटा पुत्र रोहित सुबह मवेशी बांधने के लिए गया था। उसी दौरान मां को देखकर उसकी चीख निकल गई और वह बिलखने लगा जबकि घटना के बाद आरोपित मौके से भाग गया। सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस ने परिवार व आस पड़ोस के लोगों से घटना की जानकारी ली। दिवंगत के छोटे पुत्र रोहित ने बड़े भाई व पारिवारिक रामपाल के खिलाफ मां के साथ अभद्रता व मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपित पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। कार्यवाहक थानाध्यक्ष राधे ङ्क्षसह ने बताया कि रोहित की तहरीर पर आरोपित युवक को गिरफ्तार किया गया है। वहीं दूसरे युवक की तलाश की जा रही है।
आरोपित की पत्नी की हो चुकी मौत: कट्टा पुरवा निवासी आरोपित मोहित ने करीब तीन वर्ष पूर्व चपरघटा के मुसरिया गांव निवासी ङ्क्षपकी से प्रेम विवाह किया था। नशेबाजी के कारण ही पत्नी से भी उसका अक्सर विवाद होता था। पति की हरकतों से परेशान होकर वर्ष 2020 में उसने आग लगा ली थी। उपचार के दौरान कानपुर में उसकी मौत हो गई। आरोपित का डेढ़ वर्षीय पुत्र अपनी दादी गौरी बाई के साथ ही रहता था। पत्नी के आत्महत्या करने के बाद भी उसकी आदतों में सुधार नहीं हुआ।